पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने से पहले ही राज्य की कांग्रेस सरकार गिर गई है. सोमवार को मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी विधानसभा में अपना बहुमत साबित नहीं कर पाए और सरकार गिर गई. राज्य में अचानक बदली राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर अब कांग्रेस पार्टी ने फिर से भारतीय जनता पार्टी को घेरा है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई बड़े नेताओं ने पुडुचेरी के मसले पर केंद्र को घेरा.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा कि पुडुचेरी में अनैतिक तरीके से कांग्रेस सरकार गिराकर बीजेपी ने दिखाया है कि वे सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. पहले वहां उपराज्यपाल के माध्यम से शासन चलाने में परेशानियां पैदा कीं और अब धनबल से सरकार गिरा दी.
अशोक गहलोत ने आगे लिखा कि पहले कर्नाटक, फिर मध्य प्रदेश और अब पुडुचेरी में विधायकों को प्रलोभन देकर इस्तीफा दिलवाना भाजपा का गलत तरीके से सत्ता हथियाने का नया तरीका है. उन्होंने राजस्थान में भी अनैतिक तरीकों से सत्ता हथियाने का प्रयास किया जिसका यहां की जनता ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. भाजपा इन तौर तरीकों से लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है. लोग इनकी चालों को समझ चुके हैं, आने वाले चुनावों में पुडुचेरी की जनता भाजपा को सबक सिखाएगी.
डीएमके के नेता एमके स्टालिन ने भी पुडुचेरी की सरकार गिरने पर रोष जाहिर किया है. स्टालिन ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा कि केंद्र सरकार लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है और इसी का असर पुडुचेरी में देखने को मिला है. पुडुचेरी में मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र को बचाने की कोशिश की थी.
वहीं, आम आदमी पार्टी ने ट्विटर के जरिए कांग्रेस पर ही तंज कसा. AAP ने लिखा कि कांग्रेस को खुद की सरकार गिराने से फुर्सत नहीं है, वो देश कैसे बचाएगी.
आपको बता दें कि कांग्रेस के कई विधायकों ने बीते दिन पुडुचेरी में इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद नारायणसामी की सरकार अल्पमत में आ गई थी. उपराज्यपाल की ओर से सरकार को 22 फरवरी की शाम तक बहुमत साबित करने को कहा था, जिसमें राज्य सरकार असफल रही.
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