PAK के झूठ को बेनकाब करने वाली राफेल पायलट शिवांगी अब नए पायलटों को देंगी ट्रेनिंग

भारतीय वायुसेना की पहली महिला राफेल पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह अब हॉक ट्रेनर जेट उड़ाकर युवा पायलटों को ट्रेनिंग देंगी. ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के उन्हें कैद करने के झूठे दावे को बेनकाब कर चुकीं शिवांगी ने हाल ही में फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर कोर्स पूरा किया. उनकी नई भूमिका से नेक्स्ट जेनरेशन फाइटर पायलट मजबूत होंगे.

Advertisement
29 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ उड़ान भरने के बाद राफेल पायलट शिवांगी सिंह. (File Photo: PIB) 29 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ उड़ान भरने के बाद राफेल पायलट शिवांगी सिंह. (File Photo: PIB)

शिवानी शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 12 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:23 PM IST

भारतीय वायुसेना (IAF) की पहली महिला राफेल पायलट स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह ने एक नया रोल संभाल लिया है. अब वे युवा लड़ाकू पायलटों को ट्रेनिंग देंगी. हॉक एडवांस्ड जेट ट्रेनर फ्लीट का हिस्सा बन गई हैं.

यह बदलाव पाकिस्तान के झूठे प्रोपेगैंडा को फिर से बेनकाब करता है, जब ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक ने दावा किया था कि शिवांगी को कैद कर लिया गया है. हाल ही में उनकी ग्रेजुएशन की तस्वीर वायरल हो गई, जो साबित करती है कि वे सुरक्षित और सक्रिय हैं. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: ट्रंप भारत के साथ बना रहे नया 'सुपर क्लब' C5? चिंता में यूरोप और NATO

शिवांगी सिंह कौन हैं? 

स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह का जन्म वाराणसी में हुआ. वे 2017 में वायुसेना में कमीशंड हुईं. महिलाओं के दूसरे बैच की फाइटर पायलट हैं. शुरू में उन्होंने MiG-21 बाइसन जेट उड़ाया, जो हाई-स्पीड और चुनौतीपूर्ण विमान है. 2020 में प्रतियोगी परीक्षा पास कर राफेल ट्रेनिंग के लिए चुनी गईं. फ्रेंच इंस्ट्रक्टरों के साथ सिमुलेटर सेशन और हाई-टेक सिस्टम (जैसे थेल्स RBE2 AESA रडार) सीखा.

अंबाला एयर फोर्स स्टेशन की गोल्डन एरोज स्क्वॉड्रन (17 स्क्वाड्रन) में तैनात रहीं. यहां उन्होंने हाई-इंटेंसिटी मिशन और बड़े एक्सरसाइज में अपनी प्रोफेशनलिज्म दिखाया. पूर्वी लद्दाख और LAC पर ऑपरेशनल सॉर्टी उड़ाईं. 2023 में फ्रांस के एक्सरसाइज ओरियन में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जो राफेल का पहला विदेशी डिप्लॉयमेंट था. उनकी परफॉर्मेंस से फाइटर स्ट्रीम में मजबूत रेपुटेशन बनी.

Advertisement

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान का झूठा प्रोपेगैंडा

7-10 मई 2025 को हुआ ऑपरेशन सिंदूर भारत का जवाब था – 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या के बाद पाकिस्तान के आतंकी कैंपों पर मिसाइल हमले. IAF ने पाक के हवाई घुसपैठ का सटीक जवाब दिया. शिवांगी इस ऑपरेशन में शामिल थीं.

लेकिन पाकिस्तानी मीडिया और ISPR ने झूठ फैलाया: राफेल शूट डाउन हो गया, शिवांगी सियालकोट के पास कैद. पुरानी तस्वीरें (2023 की किरण जेट क्रैश की) इस्तेमाल कीं. सोशल मीडिया पर वायरल हुआ कि विपक्ष सांसदों ने संसद में सवाल उठाए. एक वीडियो में IAF चीफ को उनके परिवार से मिलते दिखाया, जो असल में सर्जेंट सुरेंद्र कुमार के परिवार का था.

यह भी पढ़ें: वेनेजुएला को क्यों घेर रहा अमेरिका? अपनी अहमियत बचा पाएगा या रूस की एंट्री होगी

भारतीय सरकार ने 10 मई को खारिज किया.वायुसेना चीफ ने कहा – सभी पायलट सुरक्षित. PIB ने X पर फैक्ट-चेक पोस्ट किए. हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में IAF चीफ एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की 'मनोहर कहानियों' पर ध्यान न दें, हमें परेशान न करें.  

ये है भारतीय वायुसेना का हॉक ट्रेनर जेट. (Photo: IAF)

नई भूमिका: युवा पायलटों की मेंटर, QFI बैज हासिल

अक्टूबर 2025 में तम्बरम (चेन्नई) के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर स्कूल (FIS) से ग्रेजुएट हुईं. 159वें क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर कोर्स (QFIC) पूरा किया – आर्मी का सबसे कठिन एविएशन कोर्स. 9 अक्टूबर को वेलेडिक्टरी सेरेमनी में एयर मार्शल तेजबीर सिंह ने QFI बैज दिए. 59 ऑफिसर्स (IAF, अन्य फोर्सेस और विदेशी) को अवॉर्ड मिला.

Advertisement

अब वे एक प्रीमियर ट्रेनिंग यूनिट में मेंटर हैं. हॉक जेट ट्रेनर उड़ाएंगी, जो युवा फाइटर पायलटों को तैयार करने के लिए है. उनकी MiG-21 से राफेल तक की एक्सपीरियंस से नेक्स्ट जेनरेशन को शेप देंगे. 

यह भी पढ़ें: न सोना, "न सोना, न हीरा... ये है दुनिया की सबसे महंगी वस्तु, कीमत- 62 लाख करोड़ प्रति ग्राम

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ ऐतिहासिक सॉर्टी

अक्टूबर 2025 में अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल सॉर्टी उड़ाई – पायलट शिवांगी सिंह. यह पहली बार था जब कोई राष्ट्रपति फाइटर जेट में उड़ीं. फोटो में दोनों राफेल के सामने मुस्कुरातीं दिखीं. यह पाक के झूठे दावों का सबसे मजबूत जवाब था. राष्ट्रपति ने कहा कि शिवांगी जैसी महिलाएं वायुसेना का गौरव हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement