वैसे तो दिवाली (Diwlai) और धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. लेकिन उससे पहले आज के दिन सोना-चांदी खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है, क्योंकि आज पुष्य नक्षत्र है, पुष्य नक्षत्र (pushya nakshatra 2021) को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है. यही नहीं, 677 साल के बाद गुरुवार को पुष्य नक्षत्र आने से अनोखा संयोग बना है. पुष्य नक्षत्र पर सोना-चांदी खरीदने से सुख-समृद्धि का आगमन होता है. (Photo: Getty Images)
अगर आप घर बैठे गुरु-पुष्य नक्षत्र पर सोना खरीदना चाहते हैं तो बेहतरीन मौका भी है. आप आज ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में निवेश कर सकते हैं. ये भी एक संयोग है कि पुष्य नक्षत्र पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश के लिए खुले हैं. वैसे आप 29 अक्टूबर तक इस सरकारी स्कीम में निवेश कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)
RBI ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए 4,765 रुपये प्रति ग्राम का भाव तय किया है. ऑनलाइन अप्लाई करने और डिजिटल पेमेंट करने पर प्रति ग्राम 50 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा. यानी डिजिटल पेमेंट करने पर एक ग्राम सोने के लिए 4,715 रुपये चुकाने होंगे. वहीं 24 अक्टूबर को 24 कैरेट 1 ग्राम गोल्ड का बाजार मेंम भाव 4780 रुपये है. (Photo: Getty Images)
सॉवरेन गोल्ड बांड्स की शुरुआत
साल 2015 से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश का विकल्प आया है. यह आरबीआई जारी करता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम एक ग्राम सोने की खरीदारी की जा सकती है. यानी आप कम से कम 4,715 रुपये का सोना खरीद सकते हैं. निवेशकों को ऑनलाइन या कैश से इसे खरीदना होता है और उसके बराबर मूल्य का सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड उन्हें जारी कर दिया जाता है. इसकी मैच्योरिटी पीरियड आठ साल की होती है. लेकिन पांच साल के बाद इसमें बाहर निकलने का विकल्प भी है. फिजिकली सोने की खरीदारी कम करने के लिए यह स्कीम लॉन्च की गई है. (Photo: Getty Images)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के फायदे
अगर फायदे की बात करें तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज भी मिलता है. गोल्ड बॉन्ड में न्यूनतम एक ग्राम सोना का निवेश किया जा सकता है और आम आदमी के लिए अधिकतम निवेश की सीमा चार किलोग्राम है, जबकि हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) के लिए चार किलोग्राम और ट्रस्ट के लिए यह सीमा 20 किलोग्राम है. पिछले कुछ सालों में लोगों का रुझान सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में तेजी से बढ़ा है. (Photo: Getty Images)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मकसद भौतिक रूप से सोने की मांगों में कमी लाना है, यानी लोग ज्वेलरी के बदल गोल्ड बॉन्ड खरीदें. फिजिकल गोल्ड की बजाए गोल्ड बांड को मैनेज करना आसान और सेफ होता है. सरकारी गोल्ड बॉन्ड की कीमत बाजार में चल रहे सोने की रेट से कम होती है. (Photo: Getty Images)
कहां से खरीदें गोल्ड बॉन्ड
जैसे ही सोने की कीमतों में इजाफा होता है, वैसे ही गोल्ड बॉन्ड निवेशकों को भी इसका फायदा मिलता है. ये बॉन्ड पेपर और इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में होते हैं. जिससे आपको फिजिकल गोल्ड की तरह लॉकर में रखने का खर्च भी नहीं उठाना पड़ता. इस गोल्ड की बिक्री बैंकों, डाकघरों, एनएसई और बीएसई के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए होती है. (Photo: Getty Images)
1 रुपये का भी खरीद सकते हैं सोना
इसके अलावा आप घर बैठे केवल 1 रुपये का सोना खरीद सकते हैं. निवेश का यह सबसे आसान विकल्प है. इसके जरिए 999 वाला शुद्ध सोना खरीद सकते हैं. खरीद पर कंपनी उस कीमत का सोना लॉकर में रख देती है. इसमें निवेश के बदले एक पर्चेज रसीद मिलती है. जरूरत पड़ने पर इसे ऑनलाइन ही बेचा भी जा सकता है. जैसे-जैसे सोने का भाव बढ़ेगा निवेश भी बढ़ता जाएगा. मौजूदा समय में कई ऐसे मोबाइल वॉलेट प्लेटफॉर्म हैं, जो ग्राहकों को यह सुविधा प्रदान कर रहे हैं. आप Paytm और फोनपे से भी डिजिटल गोल्ड की खरीदारी कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)
वहीं MMTC-PAMP अपने ग्राहकों को महज 1 रुपये में डिजिटल गोल्ड ऑफर कर रहा है. MMTC-PAMP देश की एकमात्र LBMA मान्यता प्राप्त गोल्ड रिफाइनरी कंपनी है. यह ग्राहकों को सोना खरीदने, बेचने या रिडीम करने की सुविधा देता है. इसके तहत ग्राहक 999.9 शुद्धता वाला सर्टिफाइड सोना 1 रुपये जितनी कम कीमत में खरीद सकते हैं. (Photo: Getty Images)