अमरूद सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसे घर पर उगाना आपके लिए शानदार विकल्प बन सकता है. अच्छी देखभाल के साथ आप इसके ताजे और पौष्टिक फलों का आनंद ले सकते हैं. हालांकि, सर्दियों के मौसम में अमरूद की खेती थोड़ा चुनौतीपूर्ण बन सकती है. पाला, अधिक ठंड और मिट्टी में नमी की कमी पौधों की वृद्धि को प्रभावित कर सकती है. ऐसे में सही कदम उठाकर और विशेष देखभाल अपनाकर आप अमरूद के पौधों को सुरक्षित रख सकते हैं और बेहतर उत्पादन हासिल कर सकते हैं.
ऐसे रखें सर्दियों में अमरूद का ख्याल
सर्दियों के मौसम में अमरूद के पौधों की देखभाल उनके विकास के लिए जरूरी है क्योंकि इस समय पौधों को पाले और ठंडी हवाओं का सबसे बड़ा खतरा हो सकता है. इस समय हल्की सिंचाई करना फायदेमंद बन सकता है, इससे मिट्टी की नमी बनी रहने में मदद मिलती है और तापमान बहुत नीचे नहीं गिरता है.
पौधों के तने के पास सूखी घास या पुआल की मल्चिंग करने से जड़ों को ठंड से बचाव मिलने में मदद मिलती है और मिट्टी गर्म बनी रह सकती है. वहीं, छोटे पौधों को पुआल, बोरी से ढक देना चाहिए ताकि वे ठंडी हवा के सीधे संपर्क में न आएं और सुरक्षित रह सकें.
पानी का उचित इस्तेमाल
सर्दियों के मौसम में पौधों की सिंचाई पर ध्यान देना चाहिए. इस समय पानी की जरूरत कम होती है, लेकिन मिट्टी को पूरी तरह सूखने नहीं देना चाहिए.अगर आपको पाले की संभावना लगे तो शाम के समय हल्की सिंचाई करना बेहतर साबित हो सकता है, इससे रात में तापमान स्थिर बना रह सकता है. आपको पानी के अधिक इस्तेमाल से बचना चाहिए, इससे जड़ों को नुकसान पहुंच सकता है.
सही मात्रा में धूप
पौधों को पर्याप्त धूप मिलना उनकी ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी माना जाता है. पौधों को खुली और धूप वाली जगह पर रखना चाहिए. बड़े पेड़ों की अनावश्यक शाखाओं की छंटाई करने से धूप आसानी से जमीन तक पहुँचती है और आसपास के छोटे पौधों को भी लाभ मिल सकता है.
सर्दियों के मौसम में पौधों की वृद्धि सामान्य से धीमी हो सकती है, ठंड की शुरुआत में आप पोटाश का छिड़काव कर सकते हैं. पोटाश पौधों की ठंड सहने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और साथ ही फलों की गुणवत्ता में भी सुधार सकता है. इसके अलावा, पौधों की जड़ों के पास हल्की गुड़ाई करके वर्मी कंपोस्ट या सड़ी हुई गोबर की खाद डाल सकते हैं. इस तरह की देखभाल से पौधे सर्दियों में भी स्वस्थ और उत्पादक बन सकते हैं.