नेपाल में 24 घंटे चली युवा क्रांति के बाद राजनीतिक संकट गहरा गया है, जिसके चलते प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल को इस्तीफा देना पड़ा. देश भर में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट और कई नेताओं के आवासों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई. प्रदर्शनकारी काठमांडू के मेयर बलेंद्र शाह को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं.