ईरान का दावा है कि इजरायली हमलों के बावजूद उसके परमाणु ठिकानों और सामग्री को कोई नुकसान नहीं हुआ है, और वह अपने परमाणु कार्यक्रम पर यूरोपीय संघ से बात करने को तैयार है, अमेरिका से नहीं. सीनियर आईआरजीसी कमांडर रज़ाई के अनुसार, "समृद्ध परमाणु सामग्री को इजराइल के हमले से पहले ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया था."