आतंकी समूह लश्कर-ए-तोयबा (LeT) ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान में 2 नवंबर 2025 को आयोजित होने वाली अपनी बड़ी कार्यकर्ता रैली को स्थगित कर दिया है. संगठन ने कहा है कि नई तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा.
इस प्रोग्राम को 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान में पहली बड़ी सार्वजनिक रैली के रूप में प्रचारित किया जा रहा था, जिसमें भारतीय बलों ने लश्कर के प्रमुख मुख्यालयों को नष्ट कर दिया था.
रैली का आयोजन लश्कर के राजनीतिक मोर्चे 'पाकिस्तान मरकज़-ए-मुस्लिम लीग' के बैनर तले किया जा रहा था. इस प्रोग्राम को गंभीर ऑपरेशनल असफलताओं के बाद जिहादी कैडरों को फिर से संगठित और साहस देने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा था.
रैली में शामिल होने वाले थे टॉप आतंकी नेता
स्थगित की गई इस रैली में लश्कर के शीर्ष नेताओं- हाफिज अब्दुल रऊफ और पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड सैफुल्ला कसूरी के शामिल होने की उम्मीद थी. रैली का स्थगन ऐसे वक्त में हुआ है, जब तनाव बढ़ा हुआ है और डर है कि इस तरह का जमावड़ा पूरे पाकिस्तान पंजाब प्रांत में नई अशांति को जन्म दे सकता है.
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पाकिस्तान की सैन्य योजना पर सवाल
खुफिया इनपुट से पता चलता है कि पाकिस्तान, सैन्य प्रतिष्ठान लश्कर-ए-तैयबा को फिर से जिंदा करने और टीटीपी के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने की बड़ी योजना के हिस्से के रूप में इस आयोजन का समर्थन कर रहा था. रैली के टालने के पीछे सुरक्षा कारणों को बताया गया है.