
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती टेंशन को लेकर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) का बयान सामने आया है. OIC के महासचिवालय ने दक्षिण एशिया में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए भारत-पाकिस्तान के बीच तत्काल संवाद की बहाली की अपील की है. संगठन ने ज़ोर दिया कि क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीकों से सुलझाना चाहिए, जो कि अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप हो.
OIC ने दोहराया कि वह सभी रूपों में आतंकवाद की निंदा करता है और उसका रुख इस मामले में सदा से स्पष्ट और दृढ़ रहा है. साथ ही महासचिवालय ने इस्लामिक सम्मेलन और संगठन के विदेश मंत्रियों की परिषद द्वारा पारित प्रस्तावों को भी उल्लेख किया, जिनमें जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर संगठन के अडिग समर्थन की पुष्टि की गई थी.

महासचिवालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह जम्मू-कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रयास तेज करे, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुरूप हो. OIC ने कहा कि यह अनसुलझा मुद्दा दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और स्थिरता के मार्ग में एक प्रमुख बाधा बना हुआ है और इसके समाधान के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता बेहद आवश्यक है.
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, इसमें 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी. आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया था. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं. हालांकि भारत के एक्शन से पाकिस्तान तिलमिला गया है, उसे हमले का डर है, यही वजह है कि पाकिस्तान के मंत्री रात-रात में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं और हमले का दावा कर रहे हैं.
इसी बीच भारत सरकार द्वारा 7 मई यानी कल पूरे देश में एक व्यापक सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश के सभी 244 जिलों को शामिल किया गया है. इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य युद्ध, मिसाइल हमलों या हवाई बमबारी जैसी आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए आम नागरिकों और सरकारी तंत्र की तैयारियों की जांच करना है.