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भारत का मुरीद हुआ मालदीव, बजट में लाखों डॉलर की मदद मिलने के बाद कहा- थैंक्स

मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने 8-10 मई के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी. इस दौरान उन्होंने ट्रेजरी बिल के लिए भारत से मदद मांगी थी. भारत ने 13 मई को इस मांग को मंजूरी दी. इसपर मालदीव के विदेश मंत्रालय ने एक बयान भी जारी किया है और भारत को 50 मिलियन डॉलर की मदद के लिए थैंक्स कहा है.

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मूसा जमीर, एस जयशंकर
मूसा जमीर, एस जयशंकर

भारत ने मालदीव को 50 मिलियन डॉलर की बड़ी मदद दी है. इसके लिए आईलैंड देश के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने थैंक्स कहा है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में महत्वपूर्ण बजटीय सहायता के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार का धन्यवाद दिया. 

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मालदीव के विदेश मंत्री ने अपने एक्स पोस्ट में कहा, "मैं मालदीव को 50 मिलियन डॉलर के ट्रेजरी बिल के रोलओवर के साथ महत्वपूर्ण बजटीय सहायता के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं. यह सद्भावना का सच्चा संकेत है जो मालदीव और भारत के बीच दीर्घकालिक मित्रता का प्रतीक है."

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भारतीय स्टेट बैंक देगा मालदीव को फंड

मालदीव के विदेश मंत्रालय की तरफ से भी एक बयान जारी किया गया है. बयान में कहा गया है, "भारत सरकार ने आज मालदीव को 50 मिलियन डॉलर की बजट सहायता दी है. यह मदद एक अतिरिक्त वर्ष के लिए 50 मिलियन डॉलर के ट्रेजरी बिल के रोलओवर के रूप में दी गई है, जो 13 मई से प्रभावी रहेगा." यह फंड माले स्थित भारतीय स्टेट बैंक द्वारा दिया जाना है.

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मालदीव ने भारत से मांगी थी मदद

मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने ट्रेजरी बिल को लेकर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से 8-10 मई के बीच मुलाकात की थी. उन्होंने भारत से ट्रेजरी बिल के लिए फंड का अनुरोध किया था, जिसे भारत ने 13 मई को अप्रूव किया है. यह फंड मिलने के बाद मालवीद के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इससे वे अपने देश में इन्फ्रास्ट्रक्चरल डेवलपमेंट्स प्रोजेक्ट्स और हाई इम्पैक्ट कम्युनिटी डेवलपमेंटल प्रोजेक्ट्स पर खर्च करेंगे.

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जब मालदीव ने भारत से बिगाड़े संबंध

भारत ने मालदीव की ऐसे समय में मदद की है, जब दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों में गिरावट देखी जा रही थी. चीन समर्थक मोहम्मद मोइज्जू के इस देश का राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों के संबंध बिगड़ गए थे. राष्ट्रपति ने यहां तैनात भारतीय सैनिकों की वापसी पर जोर दिया था. यहां भारत के समर्थन से कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं और मालदीव के विदेश मंत्री ने स्पष्ट भी किया है कि वे 50 मिलियन डॉलर की इस बड़ी रकम को उन्हीं प्रोजेक्ट्स पर खर्च करेंगे.

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