खालिस्तानी चरमपंथी इंद्रजीत सिंह गोसल को कनाडा में अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तारी के एक हफ़्ते से भी कम समय में जमानत मिल गई है. जमानत पर रिहा होने के बाद गोसल ने प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के महासचिव और आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ मिलकर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और भारत सरकार को गीदड़भभकी दी है.
एक वीडियो मैसेज में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अजीत डोभाल को गीदड़भभकी देते हुए कहा कि वह उसकी गिरफ्तारी या प्रत्यर्पण कराने की कोशिश कर लें. वीडियो में आतंकवादी पन्नू को ये कहते भी सुना जा सकता है कि 'अजीत डोभाल, आप कनाडा, अमेरिका या किसी यूरोपीय देश में आकर मुझे गिरफ्तार करने या प्रत्यर्पण करने की कोशिश क्यों नहीं करते? मैं इंतज़ार कर रहा हूं.'
वीडियो में SFJ का प्रमुख समन्वयक इंद्रजीत गोसल जेल से बाहर आते वक्त गीदड़भभकी दे रहा है कि 'इंडिया, मैं बाहर आ गया हूं. गुरपतवंत सिंह पन्नू का समर्थन करने के लिए. 23 नवंबर को खालिस्तान जनमत संग्रह आयोजित होगा.'
पन्नू की ये गीदड़भभकी उस एफआईआर के कुछ दिन बाद आई है, जो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उसके खिलाफ दर्ज की थी. इस एफआईआर में पन्नू पर खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को बढ़ावा देने और इस साल स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने से रोकने के लिए 11 करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप है.
किस आरोप में हुई थी गोसल की गिरफ्तारी?
बता दें कि 19 सितंबर को ओशावा के पास गिरफ्तार किए गए गोसल पर हथियारों से जुड़े कई आरोप लगे थे. इनमें हैंडगन का लापरवाही से इस्तेमाल करना, बिना लाइसेंस के हथियार रखना और हथियार छुपाकर रखना शामिल है. उसके साथ दो अन्य लोग टोरंटो का 23 साल का अरमान सिंह और न्यूयॉर्क के पिकविले का 41 साल का जगदीप सिंह भी शामिल है. उन दोनों पर भी आरोप लगाए गए हैं.
'खालिस्तान जनमत संग्रह कनाडा के ओटावा में होगा'
गोसल ने कहा कि अगला खालिस्तान जनमत संग्रह कनाडा के ओटावा में होगा. उसने ये भी दावा किया कि उसे भारत सरकार के एजेंटों से जान से मारने की धमकियां मिली हैं. गोसल के मुताबिक कनाडाई पुलिस ने उसे इन धमकियों के बारे में बताया, लेकिन उसने पुलिस द्वारा दी गई सुरक्षा पेशकश को ठुकरा दिया. दरअसल, इंद्रजीत गोसल को कनाडा में खालिस्तान से संबंधित गतिविधियों में उसकी प्रमुख भूमिका के कारण हरदीप सिंह निज्जर का संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है.
क्यों हुआ था एक्शन?
गोसल को 19 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. ये गिरफ्तारी उस समय हुई, जब भारत के एनएसए अजीत डोभाल और उनकी कनाडाई समकक्ष नथाली जी ड्रौइन के बीच हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक के कुछ ही दिन बाद दोनों देशों ने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराध के खिलाफ सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई थी. बता दें कि नवंबर 2024 में गोसल को ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में हुई एक हिंसक झड़प के बाद पील क्षेत्रीय पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में SFJ के आतंकी निज्जर की हत्या के बाद गोसल खालिस्तानी समूह में प्रमुख बन गया.