गाजा में हमास और इजरायल के बीच जारी जंग अपने चरम पर है. हमास द्वारा पांच इजरायली सैनिकों की हत्या के 24 घंटे के भीतर ही आईडीएफ ने एक बड़ी कार्रवाई की है. इस दौरान हवाई हमले में 7 अक्टूबर नरसंहार का मुख्य साजिशकर्ता और हमास का नुखबा प्लाटून कमांडर ताहा अबू अयादेह मार गिराया गया. यह ऑपरेशन इजरायल डिफेंस फोर्स और इजरायली इंटरनल सिक्योरिटी एजेंसी के संयुक्त अभियान में किया गया.
आईडीएफ के प्रवक्ता के अनुसार, ताहा अबू अयादेह वही आतंकी था जिसने किबुत्ज मैगन के गैस स्टेशन पर हमास की घातक घुसपैठ का नेतृत्व किया था. वह गाजा के दक्षिणी इलाके खान यूनिस में लंबे समय से सक्रिय था. इजरायली सैनिकों पर कई बार हमला किया था. उसे 1 जुलाई को कार्रवाई में निशाना बनाया गया. आईडीएफ ने स्पष्ट किया कि 7 अक्टूबर के नरसंहार में शामिल हर आतंकी को ढूंढ-ढूंढकर मारा जाएगा.
इस बीच वॉशिंगटन में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई. इस बैठक में गाजा संघर्ष, ईरान, हूती विद्रोही और हिज़्बुल्ला जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. खास बात ये रही कि नेतन्याहू ने इस मौके पर ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने वाला पत्र भी सौंपा. उनके साथ अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और मिडिल ईस्ट एंबेसडर सिंथिया व्हिटकॉफ भी मौजूद थे.
नेतन्याहू ने ट्रंप को एक फोल्डर सौंपते हुए कहा, "मैं आपके नेतृत्व, शांति के लिए आपके योगदान और अब्राहम समझौते जैसी ऐतिहासिक पहल के लिए आभार व्यक्त करता हूं. मैं नोबेल पुरस्कार समिति को भेजा गया पत्र आपको सौंप रहा हूं, जिसमें आपको शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है. आप इसके पूरी तरह से हकदार हैं.'' इस पर ट्रंप ने चौंकते हुए कहा, "वाह, मुझे यह नहीं पता था. बहुत-बहुत धन्यवाद.''
बताते चलें कि कि 7 अक्टूबर को हमास ने दक्षिणी इजरायल में हमला कर 1200 लोगों को मार डाला था और 251 को अगवा कर लिया था. इसके बाद से इज़रायल ने गाज़ा पर भीषण हवाई हमले शुरू किए. अब तक 60 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. लाखों लोग घायल हैं. गाजा के अधिकांश हिस्से खंडहर में तब्दील हो चुके हैं.
सीज़फायर की कोशिशें भी तेज़ हो चुकी हैं. अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता से युद्धविराम की योजना पर काम चल रहा है. सूत्रों के अनुसार, यह योजना तीन चरणों में लागू होगी...
1. हमास पहले 10 इज़रायली बंधकों को रिहा करेगा.
2. इसके बदले में इज़रायल फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा.
3. इजरायली सेना उत्तरी गाजा से पीछे हटेगी.
हालांकि, शर्तों को लेकर अभी भी गतिरोध बना हुआ है. हमास चाहता है कि इज़रायल पूरी तरह से सैनिक वापसी करे और गाज़ा की घेराबंदी हटाए, जबकि इज़रायल पहले बंधकों की रिहाई पर ज़ोर दे रहा है. नेतन्याहू पर युद्धविराम का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. देश के भीतर विरोध प्रदर्शन तेज़ हैं. बंधकों की रिहाई और सरकार की नीति पर सवाल उठाए जा रहे हैं.