इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत के सिदोआरजो शहर में मंगलवार को अल खोजिनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल की इमारत ढहने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे के वक्त छात्र निचली मंजिल पर बने मस्जिद में देर दोपहर की नमाज पढ़ रहे थे, जबकि ऊपरी मंजिलों पर निर्माण कार्य चल रहा था. इस दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई. 91 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं.
हादसे के बाद स्कूल परिसर में अफरातफरी मच गई. माता-पिता और परिजन गुमशुदा बच्चों की तलाश में रोते-बिलखते नजर आए. देर शाम तक मलबे से 3 शव निकाले गए, जबकि 99 छात्र और स्कूल के कुछ वर्कर्स को सुरक्षित बचा लिया गया.
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49 वर्षीय होली अब्दुल्ला आरिफ अपने भतीजे रोसी को ढूंढते हुए बुरी तरह टूट गए. उन्होंने मोबाइल फोन में रोसी की तस्वीर दिखाते हुए बताया कि उन्होंने मलबे के बीच उसका नाम पुकारा. तभी किसी बच्चे की आवाज आई, लेकिन वह रोसी नहीं था. आरिफ ने कहा, "मैं चिल्ला रहा था 'रोसी! रोसी! बाहर निकल आओ' किसी बच्चे ने जवाब दिया, 'खुदा, नहीं! मुझे बचाओ!'
भारी मशीनों के इस्तेमाल से गिर सकता है बाकी ढांचा
परिजन स्कूल के बाहर लगी व्हाइटबोर्ड लिस्ट में अपने बच्चों के नाम ढूंढते रहे. कई लोग अस्पतालों में इलाज करा रहे 26 घायलों की जानकारी लेने पहुंचे. राहत कार्य के लिए एक्स्कवेटर और क्रेन लगाई गईं, लेकिन सर्च एंड रेस्क्यू अधिकारी ननंग सिगित ने कहा कि भारी मशीनरी का इस्तेमाल करने से बचा जा रहा है क्योंकि इससे इमारत का शेष ढांचा गिर सकता है.
90 से ज्यादा लोगों की तलाश जारी
डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने बताया कि अब भी 91 लोगों की तलाश की जा रही है. एजेंसी ने प्राथमिक जांच में पाया कि इमारत की नींव चौथी मंजिल तक बने निर्माण का भार झेलने लायक मजबूत नहीं थी.
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राज्य समाचार एजेंसी अंतारा ने स्कूल के केयरटेकर अब्दुस सलाम मुजीब के हवाले से लिखा कि हादसे से पहले दिनभर निर्माण कार्य हुआ था, लेकिन इमारत की नींव ऊपरी मंजिलों का भार सहन नहीं कर सकी.