पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से जेल में मुलाकात की अनुमति न मिलने पर उनका परिवार और पार्टी खुलकर सामने आ गए हैं. इमरान खान की बहन अलीमा खान शुक्रवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंचीं. वह रावलपिंडी की अदियाला जेल के अधिकारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दायर करने अदालत पहुंची थीं.
अलीमा ने जेल प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि 'अगर इमरान खान के एक बाल को भी नुकसान पहुंचाया तो इनमें से कोई नहीं बचेगा.' इमरान खान की दूसरी बहन नूरीन नियाजी ने भी शहबाज सरकार और सेना पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि शहबाज शरीफ अपनी सीट हार चुके थे और उन्हें जिताने में आसिम मुनीर ने उनकी मदद की.
'कई तानाशाह आए लेकिन सबका अंत बुरा हुआ'
नूरीन नियाजी ने कहा कि पहले भी तानाशाह आए हैं, उनका अंत अच्छा नहीं हुआ. ये लोग आखिर कब तक जनता पर जुल्म करते रहेंगे. इमरान खान के वकील और पीटीआई के वरिष्ठ नेता सलमान अकरम राजा ने कहा कि जेल नियमों और अदालत के आदेशों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि इमरान खान को पिछले एक महीने से पूरी तरह अकेले में रखा गया है. न तो उनकी बहनों को मिलने दिया जा रहा है और न ही वकीलों को. यह मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन है. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहैल अफरीदी ने भी जेल प्रशासन और पंजाब पुलिस को सख्त चेतावनी दी है.
'अगर जनता सड़कों पर उतर आई तो...'
उन्होंने कहा कि एक महीने से किसी को इमरान खान से मिलने नहीं दिया जा रहा है. न डॉक्टर से मिलने दिया जा रहा है, न परिवार से और न ही पार्टी नेताओं से. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जनता सड़कों पर उतर आई तो हालात की जिम्मेदारी जेल प्रशासन और पुलिस की होगी.