रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को अमेरिका के पेंटागन में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की. उन्होंने दोनों देशों के बीच मौजूदा रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की तथा उन्हें और गहरा करने पर जोर दिया. इस दौरान राजधान सिंह ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, औद्योगिक सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की.
दरअसल, राजनाथ सिंह दोनों देशों के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ावा देने के लिए चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर गुरुवार को अमेरिका पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अमेरिकी रक्षा सचिव से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था (एसओएसए) के समापन पर प्रसन्नता व्यक्त की. साथ ही संपर्क अधिकारियों की तैनाती के संबंध में भारत और अमेरिका के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर का भी स्वागत किया. तदनुसार भारत फ्लोरिडा, अमेरिका में मुख्यालय विशेष संचालन कमान में पहला संपर्क अधिकारी तैनात करेगा.
दोनों नेताओं ने क्वाड पहल, इंडो-पैसिफिक मैरीटाइम डोमेन अवेयरनेस को क्रियान्वित करने में हुई प्रगति की सराहना की और हिंद महासागर क्षेत्र में भागीदारों के लिए मैरीटाइम डोमेन अवेयरनेस को बढ़ाने के लिए भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. उन्होंने संयुक्त समुद्री बलों (सीएमएफ) में चल रही भारतीय भागीदारी का स्वागत किया और कहा कि भारत 2025 में सीएमएफ के संयुक्त टास्क फोर्स 150 मुख्यालय में भारतीय नौसेना कर्मियों को तैनात करेगा.
रक्षा मंत्री और सचिव ऑस्टिन ने दोनों देशों के बीच डिफेंस इनेवोशन ब्रिज की स्थापना के लिए भारत-अमेरिका रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र (इंडस-एक्स) के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने स्टार्ट-अप, उद्योग, शिक्षा और सरकारों में मजबूत नेटवर्क स्थापित करने, अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने में तेजी लाने और दोनों पक्षों की युद्ध-लड़ने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए इंडस-एक्स की सराहना की.
मुलाकात के बाद राजनाथ सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मेरे प्रिय मित्र लॉयड ऑस्टिन के साथ शानदार मुलाकात हुई. हमने मौजूदा रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की तथा इसे और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की. आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था पर हस्ताक्षर तथा प्रमुख अमेरिकी कमांडों में भारतीय अधिकारियों की तैनाती के लिए समझौता ऐतिहासिक घटनाक्रम हैं."