बांग्लादेश के खगराछड़ी जिले के गुइमारा उपजिला में रविवार, दोपहर एक स्कूल छात्रा से रेप के विरोध में प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस घटना में चार अन्य लोग घायल हुए. प्रदर्शनकारी जुम्मा छात्र जनता मंच के तहत गुइमारा सड़क पर नाकाबंदी कर रहे थे. सुबह 11:30 बजे सुरक्षा बल पहुंचे, कहा-सुनी हुई और फिर भारी गोलीबारी शुरू हो गई. इस हिंसा के बाद दुकानें लूटी गईं और उनमें आग लगा दी गई.
गोलीबारी के बाद गुइमारा के रमेशु बाजार में कई दुकानों को लूटा गया और उनमें आग लगा दी गई. ये दुकानें ज्यादातर स्वदेशी लोगों की थीं. आस-पास के घरों में भी तोड़फोड़ की गई, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
चश्मदीदों ने बताया कि कानून प्रवर्तन कर्मियों के हस्तक्षेप से पहले वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, तभी उन पर गोली चलाई गई. दोपहर करीब 1:00 बजे, लगभग 25 लोगों ने बाजार में लूटपाट और आगजनी की.
UPDF पर हिंसा भड़काने का आरोप
आर्म्ड फोर्सेज की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान जारी कर यूनाइटेड पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूपीएफडी) और उसके सहयोगियों पर खगराछड़ी में हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है. आईएसपीआर (ISPR) ने कहा कि यूपीएफडी (UPDF) के कार्यकर्ताओं ने रमेशु बाजार में सड़क जाम कर दी, जो धारा 144 का उल्लंघन था, और बंगाली समुदाय के लोगों के साथ संघर्ष किया.
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सुरक्षा बलों पर हमले और गोलीबारी
आईएसपीआर (ISPR) के मुताबिक, जब सेना के जवान हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहे थे, तो सशस्त्र समूहों ने उन पर ईंटों, लाठियों और स्थानीय हथियारों से हमला किया. इस हमले में तीन अधिकारियों सहित 10 सैनिक घायल हो गए. बीजीबी कर्मियों पर भी हमला किया गया और उनका एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. आईएसपीआर (ISPR) ने आरोप लगाया कि 11:30 बजे के आसपास यूपीएफडी (UPDF) के सशस्त्र सदस्यों ने रमेशु बाजार के पश्चिम की एक पहाड़ी से स्वचालित हथियारों से 100-150 राउंड गोलियां चलाईं.
खगराछड़ी के सिविल सर्जन मोहम्मद साबेर ने सदर अस्पताल में तीन लोगों के मृत लाए जाने और चार लोगों के घायल होने की पुष्टि की. वहीं, गृह मंत्रालय ने घटना पर गहरा दुख जताया. मंत्रालय ने दावा किया कि 'उपद्रवियों' के हमले में तीन लोग मारे गए और एक मेजर सहित 13 सेना के जवान तथा गुइमारा पुलिस स्टेशन के अधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. मंत्रालय ने आश्वासन दिया कि जांच के बाद दोषियों को सजा दी जाएगी और कोई अपराधी बख्शा नहीं जाएगा.
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जुम्मा समुदाय की मांगें और नाकाबंदी
जुम्मा छात्र जनता ने रेप पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग करते हुए आज से तीन पहाड़ी जिलों में अनिश्चितकालीन सड़क नाकाबंदी का ऐलान किया है. समूह ने आरोप लगाया कि सेना और सेटलर्स ने गुइमारा में लूटपाट और आगजनी की, जिसमें चार लोग मारे गए. उनकी मांगों में दो शेष आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, पीड़िता को पर्याप्त वित्तीय मुआवजा और विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए मुआवजा शामिल है.