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पॉर्न, गे कंटेंट या इस्लाम के खिलाफ कंटेंट नहीं दिखेगा हलालगूगलिंग की सर्च में

इंटरनेट की दुनिया आपके मजहबी यकीनों की परवाह नहीं करती. मगर अब एक ऐसा सर्च इंजन बनाया गया है, जो इस्लाम के कायदों के मुताबिक सर्च करेगा. http://halalgoogling.com नाम के इस सर्च इंजन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसमें वही रिजल्ट आएं, जिनमें इस्लाम के हिसाब से हराम कंटेंट न हो.

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हलालगूगलिंग डॉट कॉम
हलालगूगलिंग डॉट कॉम

इंटरनेट की दुनिया आपके मजहबी यकीनों की परवाह नहीं करती. मगर अब एक ऐसा सर्च इंजन बनाया गया है, जो इस्लाम के कायदों के मुताबिक सर्च करेगा. http://halalgoogling.com नाम के इस सर्च इंजन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसमें वही रिजल्ट आएं, जिनमें इस्लाम के हिसाब से हराम कंटेंट न हो. पिछले दिनों इस सर्च इंजन की शुरुआत पाकिस्तान में की गई.

मुसलमानों के इस्तेमाल के लिए बनाया गया ये सर्च इंजन गूगल और बिंग जैसे सर्च इंजनों की मदद से ही काम करता है. दरअसल जैसे ही आप हलालगूगलिंग में कोई शब्द खोजते हैं. ये गूगल जैसे सर्च इंजन से रिजल्ट उठाता है और फिर उनको अपने फिल्टर सिस्टम से गुजारता है. ये एक सॉफ्टवेयर है, जिसमें इस्लाम के मुताबिक जो भी साइट्स, चीजें, शब्द और व्यख्याएं हराम हैं, उन्हें रिजल्ट से बाहर कर देता है. ऐसे में हलालगूगलिंग के यूजर को सिर्फ हलाल कंटेंट ही मिलता है.

हलालगूगलिंग के जरिए पोर्न साइट नहीं देखी जा सकती. इसके अलावा समलैंगिंकों के बारे में भी इसमें कोई सर्च नहीं की जा सकती. इस्लाम में जुआ खेलने को भी हराम माना जाता है. इसलिए हलालगूगलिंग के जरिए जुए या सट्टे से जुड़ी किसी साइट को भी नहीं खोजा जा सकता है.

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इस साइट का दावा है कि उसके हराम फिल्टिरिंग सिस्टम को चार चीजों ने खास बनाया है. इसमें एक जनरल कैटिगरी फिल्टरिंग है, जो कंटेंट को फिल्टर करती है ताकि हराम मटीरियल निकाला जा सके. दूसरा पहलू है वर्जित साइट्स का. सर्च रिजल्ट में कभी ऐसी साइट्स न आएं, जिनमें गंदी चीजें दिखाई बताई जाती हैं, इसके लिए एक ब्लैकलिस्ट बनी है ऐसी वेबसाइट्स की. फिर लिंक फिल्टरिंग के लिए भी एक स्टेप रखा गया है. ताकि सर्च में आ रही किसी साइट में अगर कोई लिंक या पेज हराम है, तो उसे हटाकर बाकी कंटेंट डिस्प्ले किया जाए.

और आखिर में है इसका किलर फीचर. हराम की वर्ड्स की पहचान करने वाला.दो तरीके हैं इसके ऑपरेशन के. पहला, हराम शब्दों की सर्च ही न हो. दूसरा, अगर सर्च हो भी, तो पूरे वेब के रिजल्ट डिस्प्ले ही न किए जाएं.

पर क्या वाकई साइट का दावा दुरुस्त है

ये तो हुई थ्योरी की बात. अब प्रैक्टिकल नजारा. अगर हलालगूगलिंग पर पॉर्न, प्लेबॉय. मोहम्मद की तस्वीर या जीजस का पुर्नजन्म, इस तरह की चीजों को सर्च करेंगे, तो स्क्रीन पर एक ही मैसेज चमकेगा. कोई नतीजा नहीं या फिर आपने हराम सामग्री की खोज की है.

मगर साइट डाल डाल है, तो यूजर पात पात. वेबसाइट के धावे की धज्जियां उड़ाने के लिए कुछ लोगों ने एक आर्टिकल इसी सर्च के जरिए खोज दिखाया. इसमें केट नाम की एक मॉडल एक घोड़े के ऊपर लगभग नग्न अंदाज में बैठी थी. इसके बाद साइट के संयोजकों ने सफाई दी कि ‘हम पूरी कोशिश कर रहे हैं. मगर अभी तक सर्च इंजन को पूरी तरह से हराम प्रूफ नहीं बनाया जा सकता है. बहुत कुछ किया जाना बाकी है. अल्लाह की इच्छा और आपकी मदद से हम ऐसा कर पाएंगे.’

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साइट बनाने वालों को यकीन है कि एक दिन ये सर्च इंजन हर मुस्लिम भाई बहन के काम आएगा. साइट के ब्लॉग पर लिखा गया है कि अगर सर्च के दौरान कुछ गलत नतीजे आ जाएं तो हमें माफ कर दें. हम भी इंसान हैं और सिर्फ अल्लाह ही गल्तियां नहीं करता.

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