उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बड़ी हलचल सामने आई है। पूर्वांचल की राजनीति के बड़े चेहरे बृजभूषण शरण सिंह ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। यह मुलाकात लखनऊ में सीएम आवास पर करीब 25 मिनट तक चली। इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। कुछ दिन पहले बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि उनके परिवार के लोग मुख्यमंत्री से मिलने जरूर जाते हैं, लेकिन वह खुद नहीं गए हैं। हालांकि, अब यह मुलाकात हुई है। इस मुलाकात को आगामी पंचायत चुनाव में गुटबाजी रोकने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। इसके जरिए पूर्वांचल के वोटरों, खासकर राजपूत और ओबीसी वोटरों तक संदेश पहुंचाने का प्लान माना जा रहा है। यह मुलाकात गठबंधन और विपक्ष को भी एक संदेश देने की कोशिश है। बृजभूषण शरण सिंह की अपनी छवि सुधारने की कोशिश भी इसमें नजर आती है। पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बृजभूषण शरण सिंह के बीच भीतरी तौर पर रिश्ते तल्ख रहे हैं। बृजभूषण शरण सिंह लगातार बुलडोजर एक्शन के खिलाफ बोलते रहे थे और अखिलेश यादव की तारीफ भी कर रहे थे। इस मुलाकात को दोनों नेताओं के बीच सियासी सुलह के तौर पर देखा जा रहा है। आने वाले वक्त में मंत्रिमंडल विस्तार से भी इस मुलाकात का संबंध जोड़ा जा रहा है।