scorecardresearch
 

Video: 'आपके पास प्लेटफॉर्म टिकट नहीं, यहां से जाइए' ट्रेन हॉल्ट की मांग करने वालों पर भड़के DRM

भाटपाररानी रेलवे स्टेशन बिहार राज्य की सीमा पर स्थित है और यहां से बिहार व अन्य राज्यों के लिए लोगों का आना जाना होता है. कोरोना महामारी आने के पहले लखनऊ बरौनी एक्सप्रेस, ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस और अवध असम एक्सप्रेस का हॉल्ट इस स्टेशन पर हुआ करता था, लेकिन महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था.

Advertisement
X
भाटपाररानी रेलवे स्टेशन.
भाटपाररानी रेलवे स्टेशन.

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के अंतर्गत आने वाले भाटपाररानी रेलवे स्टेशन पर वाराणसी के डीआरएम रामाश्रय पाण्डेय शनिवार को निरीक्षण करने पहुंचे थे. उनके आने की खबर पाकर स्थानीय लोग और व्यापारी तीन एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टेशन पर फिर से ठहराव कराने की मांग लेकर उनसे मिलने पहुंच गए औप डीआरएम को ज्ञापन सौंपा.

DRM ने ट्रेनों के हॉल्ट मांग करने वालों से कहा कि प्रस्ताव पहले ही भेजा जा चुका है. इस स्टेशन से इनकम भी कम है. डीआरएम की बात काटते हुए लोग जिद करने लगे. डीआरएम को गुस्सा आ गया और उन्होंने दो टूक कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि जितने लोग यहां आए हैं उनमें से किसी के पास प्लेटफॉर्म टिकट नहीं है इसलिए आप लोग प्लेटफार्म खाली कर दीजिए.

तीन ट्रेनों का हॉल्ट किया गया है बंद

दरअसल, भाटपाररानी रेलवे स्टेशन बिहार राज्य की सीमा पर स्थित है और यहां से बिहार व अन्य राज्यों के लिए लोगों का आना जाना होता है. कोरोना महामारी आने के पहले लखनऊ बरौनी एक्सप्रेस, ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस और अवध असम एक्सप्रेस का हॉल्ट हुआ करता था, लेकिन महामारी के कारण स्टेशन से कम इनकम होना दिखाते हुए रेलवे ने इन ट्रेनों का हॉल्ट बंद कर दिया था. तब से लेकर अब तक फिर से ट्रेनों का ठहराव शुरू नहीं किया गया है. इसके कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

Advertisement

देखें वीडियो...

निरीक्षण करने पहुंचे थे वाराणसी डीआरएम

शनिवार को वाराणसी डीआरएम रामाश्रय पाण्डेय भाटपाररानी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उनके  आने की खबर पाकर नगर पंचायत प्रतिनिधि विजय कुमार गुप्ता के नेतृत्व में व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सहित अन्य लोग इन ट्रेनों का फिर से स्टेशन पर हॉल्ट की मांग लेकर ज्ञानप देने पहुंचे थे.

DRM ने इन लोगों से कहा कि प्रस्ताव बनाकर पहले ही भेजा जा चुका है. उनके हाथ में कुछ नहीं है. यह रेल मंत्रालय के हाथ में है और आप अपने सांसद से इस समस्या के समाधान के लिए कहिए. व्यापारी डीआरएम से बार-बार आग्रह करने लगे कि कम से कम एक ट्रेन का ठहराव करा दीजिए. व्यापारियों की जिद पर डीआरएम को गुस्सा आ गया. उन्होंने कहा कि मुझे पता है आप लोग बिना प्लेटफार्म टिकट लेकर आए हैं. इसलिए प्लेटफार्म खाली कर दीजिए और मुझे निरीक्षण करने दीजिए.

 

Advertisement
Advertisement