उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके मे पारा 47 डिग्री को पार कर गया है. भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप से पेड़ों पर बैठे पंछी गिर कर मरने लगे है. ऐसा लग रहा है मानों आसमान से आग बरस रही है, जिसकी वजह से सड़कों पर सन्नाटा छा गया है. यूपी के हमीपुर जिले मे कल सोमवार को पारा 46 डिग्री था जो आज मंगलवार को बढ़ कर 47 डिग्री को पार कर गया, जिससे जन-जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त को गया है.
भीषण गर्मी का यह सितम पूरे हमीरपुर जिले के साथ साथ बुंदेलखंड के सभी जिलों बांदा, महोबा, चित्रकूट, जालौन, झांसी और ललितपुर जिलों मे भी देखने को मिल रहा है. कल जब तापमान 46 डिग्री था, तब गर्मी के कारण एक रोडवेज बस के चालक की मौत हो गयी थी. वहीं वोटों से भरी EVM मशानों की रखवाली कर रहे पुलिस दरोगा की स्टारांग रूम के सामने हीट स्ट्रोक से हालत खराब हो गयी थी, बाद में उन्हें इलाज के लिए कानपुर भेजा गया.
शरीर को झुलसा देने वाली लू और गर्म हवाओं के कारण ज्यादातर लोग घरों में दुबके हैं. वहीं बाहर निकलने वाले लोग गर्मी से बचाव करते नजर आ रहे हैं. झुलसा देने वाली गर्मी से लोग बिलबिला उठे हैं. नौतपा में गर्मी बढ़ने से लोग घरों से कम निकल रहे हैं ऐसे में बिजली की भी काफी खपत हो रही है. शीतल पेय पदार्थों की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
हमीरपुर जिले के डी एम राहुल पाण्डेय ने लोगों को हीट स्ट्रोक से बचने के लिए बिना काम के घरों से बाहर ना निकलने की सलाह दी है. इसके अलावा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण,हमीरपुर द्वारा जनहित में लू प्रकोप एवं गर्म हवा से बचाव हेतु जनहित मे एडवाइजरी जारी की गई है. जनपद मे लगातार तापमान बढ़ने के साथ-साथ गर्म हवा ,लू , का प्रकोप भी बढ़ गया है. लू से जनहानि भी हो सकती है. इसके असर को कम करने के लिए और लू से होने वाली जनहानि की रोकथाम के लिए, जरूरी सावधानियां एवं बचाव मे “क्या करें , क्या न करें” का जनपद स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.
मौसम विभाग ने जारी की एडवाइजरी
गर्म हवा और लू से जनहानि भी हो सकती है. इसके असर को कम करने के लिए और लू से होने वाली मौत की रोकथाम के लिए कुछ सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है.
1. कड़ी धूप में बाहर न निकालें खासकर दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक के बीच में बाहर ना जाएं.
2. जितनी बार हो सके पानी पियें प्यास न लगे तो भी पानी पियें.
3. हल्के रंग के ढीले – ढीले सूती कपड़े पहने. धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाता, धूप का चश्मा, जूते और चप्पल का इस्तेमाल करें.
4. सफर में अपने साथ पानी रखें.
5. शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों का इस्तेमाल न करें. यह शरीर को निर्जलित कर सकते हैं.
6. अगर आपका काम बाहर का है तो टोपी, गमछा या छाते का इस्तेमाल जरूर करें और गीले
कपड़े को अपने चेहरे, सिर और गर्दन पर रखें.
7. अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
8. घर मे बना पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक चीनी का घोल, नींबू पानी, छाछ, आम का पना, इत्यादि का सेवन करें.
9. जानवरों कों छांव मे रखें और उन्हें खूब पानी पीने को दें.
10. अपने घर को ठंडा रखें, पर्दा, शटर आदि का इस्तेमाल करें. रात मे खिड़कियां खुली रखें.
11. धूप मे खड़े वाहनों मे बच्चों एवं पालतू जानवरों को न छोड़े.
12. खाना बनाते समय कमरे की खिड़की एवं दरवाजे खुले रखें, जिससे हवा का आना जाना बना रहे.
13. उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें और बासी भोजन न करें.
14. खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढक कर रखें, ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके.
15. स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुने और आगामी तापमान मे होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें.
16. आपात स्तिथि से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें.