उत्तर प्रदेश में देवरिया के सलेमपुर इलाके में पासपोर्ट सत्यापन के लिए कथित तौर पर 10,000 रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में दो कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस ने बुधवार को ये जानकारी दी है. दोनों कांस्टेबलों की पहचान सत्येंद्र यादव और सर्वजीत यादव के रूप में हुई है.
पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने मामले की जांच के आदेश दिए और प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर मंगलवार रात दोनों को निलंबित कर दिया गया. फिलहाल मामले में विस्तृत जांच जारी है.
बीते साल यूपी के आगरा में ऐसे ही मामले सामने आए थे जब 56 पुलिसकर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई. यहां अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप में 56 पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया. आरोप था कि इनमें कई पुलिसकर्मियों ने पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए रिश्वत मांगी, इसी के साथ अन्य कामों में भी लापरवाही बरती गई. मामले की शिकायतें मिलीं तो जांच कराई गई, जिसके बाद ये एक्शन हुआ .
बता दें कि प्रक्रिया के अनुसार पासपोर्ट के लिए आवेदन करने पर आवेदक की क्षेत्रिय पुलिस उसके घर पर पहुंचकर उसकी पहचान को सत्यापित करती है. वेरिफिकेशन के इस प्रोसेस में कई बार रिश्वत जैसी चीज भी देखने को मिलती है. पकड़े जाने पर इसी तरह कानूनी शिकंजा भी कसा जाता है.