scorecardresearch
 

UP: ऑनलाइन क्लास में गलती से खुल गया YouTube... छात्रा को मिली ऐसी सजा, पहुंची हॉस्पिटल

कौशांबी के भरसवा गांव के आश्रम पद्धति विद्यालय में ऑनलाइन क्लास के दौरान यूट्यूब खुलने पर सातवीं की छात्रा अनुराधा को शिक्षिका ने उठक-बैठक की सजा दी. पहले से बीमार छात्रा की तबियत बिगड़ी और उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. परिजन ने समाज कल्याण अधिकारी से शिकायत की, जांच के बाद उचित कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.

Advertisement
X
परिजन ने समाज कल्याण अधिकारी से शिकायत की.(Photo: Akhilesh Kumar/ITG)
परिजन ने समाज कल्याण अधिकारी से शिकायत की.(Photo: Akhilesh Kumar/ITG)

उत्तर प्रदेश के कौशांबी से हैरान करने वाला एक मामला सामने आया है. मंझनपुर तहसील क्षेत्र के भरसवा गांव स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय में ऑनलाइन क्लास के दौरान सातवीं कक्षा की छात्रा अनुराधा की गलती से यूट्यूब खुल जाने पर शिक्षिका ने उसे उठक-बैठक की सजा दी. इससे छात्रा की तबियत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.

दरअसल, 16 सितंबर को ऑनलाइन क्लास के दौरान अनुराधा गलती से यूट्यूब खोल बैठी. इसी पर नाराज शिक्षिका मीना कुमारी ने छात्रा को क्लास समाप्त होने तक कान पकड़कर उठक-बैठक कराई. पहले से बीमार अनुराधा इस सजा से थक गई और रात करीब 10 बजे उसकी हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद बच्ची फिलहाल सुरक्षित है.

यह भी पढ़ें: UP: कौशांबी में 42 दिन में 10 बार छात्रा को डसने वाला काला सांप पकड़ा गया, 5 घंटे चला रेस्क्यू

अनुराधा के पिता चन्द्रमा प्रसाद ने समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की मांग की है. उन्होंने बताया कि इस तरह की सजा देकर बच्चों के स्वास्थ्य को खतरे में डालना अस्वीकार्य है. परिजन और ग्रामीण इस घटना से आक्रोशित हैं और स्कूल प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं.

Advertisement

कौशांबी

समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच का आदेश दिया गया है. उन्होंने कहा कि बच्ची ने क्लास के दौरान यूट्यूब खोल लिया था, जिसके बाद शिक्षिका ने सजा दी. जांच पूरी होने के बाद जो भी कार्रवाई आवश्यक होगी, वह की जाएगी.

इस घटना ने स्कूलों में ऑनलाइन क्लास के दौरान सजा और अनुशासन के तरीकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि शारीरिक सजा बच्चों के स्वास्थ्य और मानसिक विकास के लिए हानिकारक हो सकती है. प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी करने की संभावना तलाश रहा है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement