यूपी की राजधानी लखनऊ में देर रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. तेज बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों के आवागमन में भारी दिक्कतें हो रही हैं. रात भर बरसते बादलों ने सुबह सड़कों को तालाब में बदल दिया.
अस्पताल-रेलवे स्टेशन के बाहर भरा पानी
सबसे ज्यादा असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है. सिविल अस्पताल के बाहर पार्क रोड पर घुटनों तक पानी भर जाने से मरीजों और उनके परिजनों को अस्पताल पहुंचने में कठिनाई हुई. एंबुलेंस को भी पानी के बीच से गुजरने में परेशानी झेलनी पड़ी.
वहीं, चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर का नजारा भी कुछ ऐसा ही रहा. यहां पानी भरने से यात्रियों को स्टेशन में आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा. कई लोगों के सामान भी पानी में भीग गए.
शहर के अन्य इलाकों में भी जलभराव की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पानी से भरे रास्तों में कई कारें बंद हो गईं. स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश से पहले नगर निगम ने जल निकासी की कोई ठोस तैयारी नहीं की थी.
नालों की सफाई अधूरी रही और यही वजह है कि थोड़ी ही देर की बारिश में शहर पानी-पानी हो गया. इस बारिश ने लखनऊ नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है. भारी जलभराव के कारण निचली इलाकों में लोगों के घरों में भी पानी घुसने की शिकायतें सामने आई हैं.
8वीं तक सभी स्कूल बंद
बच्चों की सुरक्षा को लेकर लखनऊ प्रशासन ने आठवीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है. ये फैसला मौसम विभाग के अगले 24 घंटों तक इसी तरह बारिश जारी रहने के अनुमान और जलभराव के बाद लिया गया है.

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें. नगर निगम की टीमें जल निकासी में जुटी हुई हैं, लगातार बारिश और जलभराव ने एक बार फिर लखनऊ की जल निकासी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.