प्रेमी की मौत की खबर सुनकर एक किशोरी ने महिला ग्राम प्रधान के ऑफिस में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि प्रेमी की मौत की झूठी सूचना मिलने के बाद ही किशोरी ने आत्मघाती कदम उठाया. वहीं किशोरी के परिजनों ने किशोरी की हत्या का आरोप लगाया है. मामला अलग-अलग संप्रदाय से जुड़ा है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
दरअसल मामला उत्तर प्रदेश में मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के उलधन गांव का है जहां बताया जा रहा है कि गांव की ही रहने वाली 15 साल की किशोरी का पिछले दो सालों से से गांव के ही रहने वाले दीपांशु से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों शादी करना चाहते थे. किशोरी मुस्लिम समुदाय से थी की दीपांशु अलग समुदाय से है. दोनों के घर की दूरी करीब 500 मीटर है. बताया जा रहा है कि अलग-अलग संप्रदाय के होने के बावजूद दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना था. कुछ दिन पहले ही दोनों के प्रेम प्रसंग की जानकारी परिवार के लोगों को हुई. परिवार के लोगों ने दोनों की शादी कराने से इनकार कर दिया दोनों के मिलने पर भी पाबंदी लगा दी. इसके बावजूद दोनों मिलते रहे.
शुक्रवार को किशोरी की बुआ एक समाज सेवी महिला को साथ लेकर महिला ग्राम प्रधान संयोगिता के घर पर पहुंच गई . महिला ग्राम प्रधान से उसकी काउंसलिंग करानी थी. संयोगिता ने किशोरी को काफी देर तक समझाया कि वह अभी में नाबालिक है. बालिग होने पर ही शादी के बारे में सोचे. समझने के बाद संयोगिता रसोई में चाय बनाने चली गई. इस बीच खबर आई के दीपांशु ने जंगल में फांसी लगा ली है. अफवाह फैली कि उसकी मौत हो गई है. इसी को लेकर किशोरी परेशान हो गई और परिजनों से दीपांशु को देखने के लिए जाने की बात कहने लगी.
बताया जा रहा है कि तभी किशोरी वहां से उठकर दीपांशु को देखने गई और फिर वापस प्रधान के ऑफिस में पहुंच गई और फांसी का फंदा बनाकर जान दे दी. किशोरी को फंदे पर लटका देखा संयोगिता ने पति भूपेंद्र को जानकारी दी और उन्होंने पुलिस को अवगत कराया. वहीं अब किशोरी के परिजनों ने किशोरी की हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. किशोरी के परिजनों का कहना है कि किशोरी को दीपांशु की बहन बुलाकर ले गई थी. जबकि दीपांशु के परिजनों का कहना है की लड़की के परिजन उनको फंसा रहे है. इधर, लड़की ने एक वीडियो में पहले कहा है कि उसके परिजन दीपांशु को फंसाना चाहते हैं.
दीपांशु के बहन ने बताया कि हमारे भाई ने कहा था कि वह मर जाएगा. हमारा भाई जंगल में गया शीशम के पेड़ पर लटक गया. वह सुरक्षित है और अस्पताल में भर्ती है.वहीं किशोरी के परिजन ने बताया कि हमें पता चला कि हमारी लड़की मार दी गई है. जब मैं वहां पहुंची तो लड़की सोफे के पास पड़ी थी, लोग भी थे और वहां एक डंडा भी था.
वहीं महिला प्रधान संयोगिता का कहना है कि लड़की शादी करना चाहती थी. लड़का हिंदू था और लड़की मुस्लिम समुदाय से थी. दोनों का विवाह नहीं हो सकता था. लेकिन वह जिद पर अड़ी थी कि शादी करूंगी. लड़की की बुआ भी यहीं थी. यहां बैठक में हमने उसको समझाया. मैंने कहा कि खाने का टाइम है, प्रधान जी आएंगे तो लड़के के परिजनों को बुला लेंगे और उसके बाद मैंने कहा कि चाय पी लेते हैं और मैं चाय बनाने के लिए अंदर चली गई. पहले खबर आई कि लड़के ने फांसी लगाई है. उसकी सांसे चल रही थीं लेकिन लड़की को पता चला की लड़के की मौत हो गई तो लड़की ने भी फांसी लगा ली. पुलिस ने लड़की के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वही इस पूरे मामले में पुलिस जांच में जुटी है.