यूपी की राजधानी लखनऊ में कोडीन युक्त कफ सिरप और अन्य नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है. कृष्णानगर इलाके में एफडीए (Food and Drug Administration) की टीम ने छापेमारी कर दीपक मनवाणी नाम के एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है. उसे भारी मात्रा में कोडीन युक्त कफ सिरप और अन्य प्रतिबंधित नशीली दवाओं के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया.
जांच में सामने आया कि दीपक मनवाणी बिना बिल के इन दवाओं की खरीद-बिक्री कर रहा था. वह अमीनाबाद मेडिसिन मार्केट से जुड़ा हुआ था और वहां की न्यू मंगलम एजेंसी के मालिक सूरज मिश्रा और एक अन्य केमिस्ट मोंटी सरदार से दवाएं खरीदता था. इसके बाद यह दवाएं नशेड़ियों को ऊंचे दामों पर बेची जाती थीं.
एफडीए की टीम ने सूरज मिश्रा और मोंटी सरदार को लेकर भी जांच शुरू की है. दीपक मनवाणी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. आरोपी लंबे समय से बिना बिल और नियमों के उल्लंघन करते हुए कोडीन युक्त सिरप का अवैध कारोबार चला रहा था.

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छापेमारी के दौरान आरोपी के घर और गोदाम से बड़ी मात्रा में कोडीन सिरप, अन्य नशीली दवाएं और बिक्री के लिए तैयार स्टॉक बरामद किया गया.
एफडीए के अधिकारी ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल अवैध कारोबार को रोकना है, बल्कि आम जनता को नकली और अवैध दवाओं से होने वाले खतरे से भी बचाना है. सभी फार्मासिस्ट और मेडिकल एजेंसीज को नियमों के तहत ही दवाएं बेचने की सख्त चेतावनी दी जाती है.
इस घटना के खुलासे के बाद लखनऊ में नशे और अवैध दवा कारोबार पर पैनी नजर रखने के लिए एफडीए ने लगातार निरीक्षण और छापेमारी की प्रक्रिया तेज कर दी है. अभी अन्य संदिग्धों और नेटवर्क के सदस्यों की पहचान कर गिरफ्तार करने की कार्रवाई जारी है.