बुर्का ना पहनने पर और गृह क्लेश के कारण पत्नी और दो मासूम बेटियों की नृशंस हत्या के खुलासे के बाद अब परिजनों ने आरोपी फारुख के लिए सख्त सजा मांगी है. पोस्टमार्टम के दौरान पहुंचे मृतका ताहिरा के परिजनों ने खुलकर अपनी पीड़ा और गुस्सा जाहिर किया. उनका कहना है कि जिसने अपने ही परिवार को बेरहमी से मौत के घाट उतारा, उसके लिए कोई नरमी नहीं होनी चाहिए. परिजनों ने सरकार और प्रशासन से आरोपी फारुख को फांसी की सजा देने की मांग की है, साथ ही यह भी कहा कि ऐसे जघन्य अपराधी का 'ऑन द स्पॉट एनकाउंटर' होना चाहिए था.
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मौजूद परिजनों की आंखों में आंसू और चेहरे पर आक्रोश साफ झलक रहा था. मृतका के परिजन मनीष और आशु ने कहा कि यह हत्या किसी तात्कालिक गुस्से का नतीजा नहीं, बल्कि पूरी तरह से सोची-समझी साजिश थी. परिजनों का कहना है कि जिस तरह से पहले गड्ढा खुदवाया गया, हथियार और कारतूस जुटाए गए और फिर पत्नी व मासूम बच्चियों को मारकर मिट्टी में दबा दिया गया, उससे साफ है कि आरोपी ने पहले ही सब तय कर लिया था.
ऐसे हत्यारे को जीने का हक नहीं
परिजनों का कहना है कि आरोपी ने न सिर्फ हत्या की, बल्कि छह दिन तक पूरे परिवार और गांव को झूठ बोलकर गुमराह करता रहा. वह बार-बार लोगों से पूछता रहा कि ताहिरा और बच्चे कहीं आए तो नहीं, जबकि सच्चाई उसी के घर में दबी हुई थी. परिजनों के मुताबिक, यह रवैया आरोपी की मानसिकता और क्रूरता को और उजागर करता है. जिस इंसान ने अपने बच्चों पर रहम नहीं किया, उससे समाज को क्या उम्मीद रखनी चाहिए? परिजनों ने पुलिस कार्रवाई पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की. उनका कहना है कि ऐसे मामलों में कड़ा संदेश देना जरूरी है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह का अपराध करने से पहले सौ बार सोचे. हालांकि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि कानून के तहत आरोपी को कठोरतम सजा दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी.
पुलिस ने दिया सख्त कार्रवाई का भरोसा
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मजबूत साक्ष्य मौजूद हैं और केस को मजबूती से अदालत में पेश किया जाएगा. जांच के दौरान हथियारों की खरीद, कारतूस की उपलब्धता और गड्ढा खुदवाने से जुड़े हर पहलू की बारीकी से पड़ताल की जा रही है. पुलिस का दावा है कि यह मामला रेयरेस्ट ऑफ रेयर की श्रेणी में आता है और उसी हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य है.“कानून के तहत जो भी सबसे सख्त सजा संभव होगी, उसी की मांग अदालत में की जाएगी.
घर में ही दफन कर दिया था तीनों का शव
बता दें कि शामली जनपद के कांधला थाना क्षेत्र के गढ़ी दौलत गांव में एक महिला और उसकी दो मासूम बेटियां संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थीं. परिजनों और ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने जांच शुरू की तो शक की सुई महिला के पति फारुख पर जा टिकी. प्रारंभिक जांच में गृह क्लेश की बात सामने आई और आशंका जताई गई कि पत्नी और दो बेटियों की हत्या कर शवों को घर में ही छुपाया गया है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए कांधला पुलिस ने पति फारुख को हिरासत में लेकर पूछताछ की. सख्ती के बाद आरोपी ने कबूल किया कि उसने अपनी पत्नी ताहिरा और दोनों बेटियों की हत्या कर दी है. आरोपी के बयान के अनुसार, पत्नी के बुर्का और नकाब न पहनने तथा घरेलू विवाद के चलते उसने यह कदम उठाया. उसने पहले पत्नी को गोली मारी, फिर बड़ी बेटी को गोली मार दी और छोटी बेटी का गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद तीनों शवों को पहले से खुदवाए गए गड्ढे में दबा दिया.
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर घर में खुदाई कर शवों को बाहर निकलवाया, पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. एसपी एनपी सिंह ने बताया कि गृह क्लेश के चलते यह जघन्य वारदात अंजाम दी गई. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.