
यूपी के इटावा में नगर पालिका परिषद के एक वरिष्ठ क्लर्क ने यमुना नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपने सुसाइड नोट में नगर पालिका अध्यक्ष, उनके पति और दो अन्य अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. यह घटना तब सामने आई जब सुबह उन्होंने पुल से छलांग लगा दी. लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो खोजबीन शुरू हुई.
प्रमोशन न मिलने से थे परेशान
इटावा में नगर पालिका परिषद के क्लर्क और कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजीव यादव ने यमुना नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने यह कदम प्रमोशन न मिलने और उत्पीड़न से परेशान होकर उठाया. उन्होंने एक दो पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है. इसमें उन्होंने वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति गुप्ता, उनके पति कुलदीप गुप्ता उर्फ संटू, अधिशासी अधिकारी संतोष कुमार मिश्रा और एक पेशकार अतर सिंह पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
सुसाइड नोट में लगाया ब्लैकमेलिंग का आरोप
सुसाइड नोट में राजीव यादव ने लिखा है कि उनका प्रमोशन नहीं किया गया, जबकि उनसे जूनियर लोगों का प्रमोशन कर दिया गया. उन्होंने वर्तमान अध्यक्ष और उनके पति पर उन्हें ब्लैकमेल करने का आरोप भी लगाया है. मृतक के बेटे सिद्धार्थ यादव ने बताया कि उनके पिता का रिटायरमेंट नजदीक था और उनके खिलाफ फर्जी शिकायतें दर्ज की जा रही थीं ताकि रिटायरमेंट फंड न मिल सके.

शव की तलाश में जुटी टीमें
राजीव यादव ने सुबह लगभग 6:30 बजे यमुना नदी के पुल से छलांग लगा दी. सूचना मिलने पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें शव को खोजने में जुटी हैं. मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम सहित कई अधिकारी भी मौजूद हैं. एसडीएम सदर विक्रम राघव ने बताया कि एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ है, जिसमें लगाए गए आरोप जांच का विषय हैं. फिलहाल, टीम शव की तलाश कर रही है.
सरकार से की गई निष्पक्ष जांच की मांग
मृतक के बेटे ने योगी सरकार और जिला प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. इस घटना से नगर पालिका कर्मचारियों में आक्रोश है और वे अपने साथी की मौत पर शोक व्यक्त कर रहे हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है.