महोबा जिले में बीती रात एक ऐसा मामला सामने आया जिसने इलाके को हिला कर रख दिया. रोडवेज डिपो में कार्यरत एक महिला कंडक्टर जीने की हिम्मत नहीं जुटा पाई और फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की. महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि महिला को यह कदम उठाने पर मजबूर करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक सिरफिरा था, जिसने पिछले छह महीनों में उसे बार-बार परेशान किया. जेल की सलाखों के पीछे रहने के बाद भी उसने अपना खौफनाक व्यवहार नहीं बदला.
छह महीनों में 6,159 बार कॉल और 315 मैसेज
महोबा जिले के चरखारी कस्बे की रहने वाली यह महिला कंडक्टर पिछले छह महीनों से लगातार डर और उत्पीड़न का सामना कर रही थी. पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी रईस ने महिला को 6,159 बार कॉल और 315 बार मैसेज भेजकर शादी करने का दबाव बनाया. सिर्फ यह ही नहीं, रईस ने महिला को उठाने, बलात्कार करने और तेजाब डालकर जला देने की धमकी भी दी. महिला मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान हो गई.
पुलिस ने बताया कि महिला ने कई बार इसकी शिकायत की थी और उसी पर कार्रवाई करते हुए रईस सहित चार लोगों को जेल भेजा गया था, लेकिन बाद में सभी जमानत पर बाहर आ गए. जेल से बाहर आने के बाद भी रईस ने धमकियां देना और शादी का दबाव बनाना नहीं छोड़ा.
जेल से बाहर आने के बाद फिर से धमकियां
पिछले दो सितम्बर को महिला कंडक्टर की शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आरोपी रईस और अन्य तीन लोगों को जेल भेजा था. जेल में रहने के दौरान महिला को थोड़ी राहत मिली, लेकिन जमानत पर आने के बाद रईस ने दुबारा धमकियां शुरू कर दी. पुलिस ने बताया कि रईस बार-बार कॉल और मैसेज करके महिला को परेशान कर रहा था. यही लगातार मानसिक उत्पीड़न और डर महिला के लिए असहनीय हो गया. बीती रात उसने इतना मनोबल नहीं रखा कि फांसी लगाकर अपनी जान देने की कोशिश की.
महिला परिचलक की स्थिति और इलाज
महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल महोबा लाया गया. चिकित्सकों ने बताया कि महिला अभी भी नाजुक हालत में है. उसका मानसिक और शारीरिक इलाज जारी है. चिकित्सक सुरक्षा और निगरानी के लिए पुलिस की मौजूदगी में ही उसका इलाज कर रहे हैं. पुलिस ने बताया कि महिला की मानसिक स्थिति बेहद खराब है और आत्महत्या के प्रयास के कारण उसे लगातार चिकित्सीय सहायता मिल रही है.
पुलिस की जांच और कार्रवाई
चरखारी थाना के इंचार्ज प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है. उन्होंने कहा कि पूर्व में चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया था, लेकिन बाद में सभी जमानत पर बाहर आ गए. अब हम जांच कर रहे हैं कि जमानत पर आने के बाद क्यों और कैसे धमकियां दी गईं और महिला को परेशान किया गया. कठोर कार्रवाई की जाएगी.
सिरफिरे आशिक का खौफनाक व्यवहार
जानकारी के अनुसार, रईस ने महिला को हर समय कॉल और मैसेज करके परेशान किया. महिला के परिवार और सहकर्मियों ने भी कई बार उसे समझाया, लेकिन रईस ने किसी की नहीं सुनी. उसकी धमकियों का दायरा इतना बड़ा था कि महिला का मानसिक संतुलन बिगड़ गया. सालों की मेहनत और डर का बोझ महिला पर इतना भारी पड़ गया कि उसने अपने जीवन के साथ खतरा मोल लेने का फैसला किया.