यूपी के बस्ती जिले में सड़क निर्माण का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों को फिल्म 'खट्टा मीठा' की याद दिला दी है. इसमें अक्षय कुमार ने ठेकेदार का रोल किया था. उन्होंने सचिन टिचकुले की भूमिका निभाई थी. टिचकुले की बनाई सड़क को देखकर अधिकारी हैरान रह जाते हैं. कुछ ऐसा ही यहां भी ठेकेदार का कारनामा सामने आया है, जिसे देखकर कोई भी अपना माथा पकड़ने पर मजबूर हो जाएगा. इस मामले की वजह से बस्ती लोक निर्माण विभाग सुर्खियों में है.
दरअसल, जनपद बस्ती के हरैया बभनान मार्ग से गाजियापुर होते हुए बरहपुर गांव तक लगभग तीन किलोमीटर तक सड़क का काम शुरू हुआ. इंजीनियर साहब साइड पर पहुंचे, ठेकेदार को काम की गुणवत्ता समझाई और निर्देश देकर चलते बने. इसके बाद ठेकेदार ने बिहार से मजदूर बुलाए और सड़क के काम में लगा दिया. जैसे-तैसे सड़क बनाने का काम शुरू हुआ. मगर, हैरानी इस बात की है कि डामर वाली सड़क में डामर का उपयोग ही नहीं किया जा रहा था.
इससे नाराज ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया. मगर किसी जिम्मेदार ने इसकी सुध नहीं ली. बिना डामर वाली सड़क का काम चलता रहा. इसी बीच जानकारी मिलने पर मीडिया मौके पर पहुंची तो सड़क के नाम पर गजब का खेल देखने को मिला. गिट्टी में तेल डालकर ठेकेदार बाल मजदूरों से सड़क का काम करवा रहा था. आगे-आगे सड़क बन रही थी और पीछे से टूटती जा रही थी.
ये सड़क 1 करोड़ 40 लाख की लागत से पीडब्ल्यूडी के व्यापार विकास निधि से बनाई जा रही है. आरोप लग रहा है कि इसमें कमीशनबाजी हावी रही. जिलाधिकारी को जानकारी होते ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को जांच का निर्देश दिया गया तो अफसर सकते में आ गए. फिर संबंधित ठेकेदार सहित इंजीनियर तत्काल मौके पर पहुंचे और काम दुरुस्त करने को कहा.
इसके बाद ठेकेदार ने कार्रवाई से बचने के लिए लीपापोती की और सड़क को दोबारा से बनाना शुरू कर दिया है. अब पर्याप्त मात्रा में डामर आ गया है और बाल मजदूर भी हटा दिए गए हैं.
इस मामले में अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोकनिर्माण विभाग केशव लाल ने बताया कि यह सड़क 3 किलोमीटर की है. सड़क टूटने की जानकारी हुई तो वहां पर कर्मचारियों को भेजा. यह पाया गया कि ब्यूटमिन तेल को गिट्टी में डालकर सड़क बनाई जा रही थी. सड़क बनाने के लिए और गुणवत्ता में सुधार करने के लिए ठेकेदार को निर्देश दिया गया है.