कानपुर में बुधवार देर शाम हुए धमाके की तस्वीर अब साफ हो गई है. पहले माना जा रहा था कि दो स्कूटी में विस्फोट हुआ था, लेकिन CCTV फुटेज ने पूरी सच्चाई सामने ला दी. धमाका खिलौने की दुकान में रखे अवैध पटाखों के स्टॉक से हुआ, जबकि दुकान के बाहर खड़ी स्कूटी केवल क्षतिग्रस्त हुई थी.
पुलिस कमिश्नर ने क्या बताया
पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि धमाका इतना भयानक था कि आसपास की गली और बाजार में खरीददारी कर रहे लोग घायल हो गए. दुकान के सामने रखे बॉक्स में अचानक विस्फोट हुआ और धमाके की तेज आवाज पूरे इलाके में गूंज गई. विस्फोट से आठ लोग घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद दो को छुट्टी दे दी गई, जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल लोग इलाज के लिए भर्ती हैं. घटना के तुरंत बाद आसपास के दुकानदार और लोग डर के मारे इधर-उधर भागे.
चश्मदीद ने सुनाई कहानी
20 वर्षीय जान्हवी सोनकर, जो अपनी बहन नेहा सोनकर के साथ दुकान के पास खरीददारी कर रही थीं, विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हुईं. उनके हाथ, पैर और कान के नीचे जलने के निशान हैं. जान्हवी ने बताया, चारों तरफ अंधेरा छा गया और हम इतनी दहशत में थे कि पहले से खरीदा हुआ सामान वहीं छोड़कर भाग गए. किसी तरह अपनी जान बचाई. उनकी बहन नेहा सोनकर भी घायल हुईं, लेकिन तुरंत उनके पति ने उन्हें अपने साथ ससुराल ले गए. जान्हवी की मां अंजू सोनकर ने प्रशासन से अनुरोध किया कि धमाके का कारण और जिम्मेदारों का पता लगाया जाए, क्योंकि घटना बेहद खतरनाक थी और किसी की भी जान जा सकती थी.
CCTV फुटेज ने खोली सच्चाई
जांच में पता चला कि धमाका स्कूटी में नहीं हुआ था. दुकान के भीतर रखे 1 क्विंटल से अधिक अवैध पटाखों के स्टॉक ने अचानक विस्फोट किया. दुकान के बाहर खड़ी स्कूटी और आसपास की चीजें क्षतिग्रस्त हो गईं, लेकिन मुख्य कारण यह अवैध पटाखा स्टॉक था. पुलिस ने अब तक 12 लोगों को हिरासत में लिया है और आरोपी तारिक की तलाश जारी है. चोरी की स्कूटी और अन्य संदिग्ध वस्तुओं के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. इसके अलावा, विस्फोट में शामिल 5 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और CO को हटाया गया.
गोपनीय कार्रवाई और तलाशी अभियान
घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके की तलाशी अभियान तेज कर दिया. दो गोदाम सील किए गए और 18 दुकानों की जांच की जा रही है. अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि पटाखों का अवैध स्टॉक किनके पास था और किसके संरक्षण में रखा गया था. विस्फोट के वक्त आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि सुनकर लोग ठिठक गए. जान्हवी सोनकर ने कहा, विस्फोट के बाद चारों तरफ भगदड़ मच गई. हम लोग डर से बाहर निकलते हुए अपने खरीदे हुए सामान को छोड़ गए. मेरी बहन घायल हुई और मैं खुद भी जल गई.
अवैध पटाखों का मामला गंभीर
पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि यह घटना पूरी तरह अवैध पटाखों के कारण हुई है. जांच में पता चला कि कई दुकानों में अवैध पटाखों का संग्रह चल रहा था. अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में ऐसे किसी भी हादसे से बचने के लिए सुरक्षा मानक सख्ती से लागू किए जाएंगे.
जिला प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
विस्फोट के तुरंत बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने आपात स्थिति में प्रतिक्रिया दी. घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया और पूरे इलाके को सुरक्षित किया गया. अब तक दो गोदाम सील किए जा चुके हैं और अवैध स्टॉक जब्त किया गया है. पुलिस ने बताया कि स्कूटी और दुकान की क्षति के अलावा किसी की जान बचना चमत्कार ही कहा जा सकता है. इस घटना ने कानपुरवासियों को अवैध पटाखों के खतरों के प्रति सचेत किया है.