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UP: बेटियों की सुरक्षा के लिए ठाकुर समाज ने मांगा हथियार लाइसेंस, पंचायत का फैसला बना चर्चा का विषय

बागपत में हुई केसरिया महापंचायत के फैसले ने नई बहस छेड़ दी है. ठाकुर समाज ने बेटियों की सुरक्षा के लिए तलवार और रिवॉल्वर रखने का लाइसेंस मांगा है. समाज का कहना है कि हालात बदल गए हैं और अपराध बढ़ रहे हैं, इसलिए बेटियों को खुद को मजबूत बनाना होगा.

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बेटियों के लिए शस्त्र लाइसेंस की मांग (Photo: Representational)
बेटियों के लिए शस्त्र लाइसेंस की मांग (Photo: Representational)

बागपत में हुई केसरिया महापंचायत का असर अब पूरे ठाकुर समाज में दिखाई दे रहा है. समाज ने पंचायत के फैसले का समर्थन करते हुए साफ कर दिया है कि अब बेटियों की सुरक्षा तलवार और रिवॉल्वर से ही होगी. ठाकुर समाज ने सरकार से बेटियों को शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की है.

समाज के लोगों का कहना है कि वक्त और हालात बदल चुके हैं लेकिन खतरे वही हैं. बेटियों की सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल बन गया है और इसका जवाब हथियार हैं. ठाकुर समाज ने कहा कि अगर सरकार सच में महिलाओं की सुरक्षा चाहती है तो हमारी बेटियों को लाइसेंस दे.

बेटियों के लिए शस्त्र लाइसेंस की मांग 

सभा में वक्ताओं ने कहा कि यह कोई नई परंपरा नहीं है. सदियों से राजपूत समाज बेटियों को तलवार चलाना और आत्मरक्षा की कला सिखाता आया है. आज जरूरत पहले से ज्यादा है क्योंकि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं.

केसरिया महापंचायत ने लिया फैसला

पंचायत के इस फैसले ने बागपत, पश्चिम यूपी और हरियाणा तक चर्चा छेड़ दी है. अब सवाल यही है कि क्या सरकार सच में बेटियों को तलवार और रिवॉल्वर रखने की इजाजत देगी या यह मुद्दा सिर्फ पंचायत की गूंज बनकर रह जाएगा.

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