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'प्यार वह मास्टर कुंजी है, जो खुशी के द्वार खोलती है', अमेठी में शादी का डिजिटल कार्ड खोलते ही पुलिसकर्मियों के खाते से उड़े पैसे

यूपी के अमेठी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ही साइबर हैकर्स के जाल में फंस गई. हैकर्स ने दारोगा और सिपाहियों के वॉट्सऐप पर एक एपीके (APK) फाइल भेजी थी. फाइल के ऊपर लिखा था- 'स्वागत है... शादी में जरूर आएं.' इसे खोलते ही उनके खाते से पैसे कट गए.

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साइबर हैकर्स के जाल में फंसी अमेठी पुलिस (Photo: Representational)
साइबर हैकर्स के जाल में फंसी अमेठी पुलिस (Photo: Representational)

उत्तर प्रदेश की हाई-टेक पुलिस ही साइबर हैकर्स का शिकार बन गई है. अमेठी जिले में एक थाना प्रभारी और दो सिपाहियों के फोन हैक कर उनके बैंक खातों से पैसे निकाल लिए गए. हैकर्स ने एक डिजिटल शादी का कार्ड भेजकर इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस अपनी बदनामी से बचने के लिए इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है. 

दरअसल, अमेठी जिले में साइबर हैकर्स ने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया है. जामो और जगदीशपुर थाने के थाना प्रभारी धीरेंद्र यादव और दो कांस्टेबल- संजय और जसपाल, इस हमले के शिकार हुए. हैकर्स ने उनके वॉट्सऐप पर एक एपीके (APK) फाइल भेजी. इस फाइल को खोलते ही उनका फोन हैक हो गया और उनके बैंक खाते से पैसे कट गए. आरोप है कि पुलिस बदनामी से बचने के लिए पैसे कटने की बात से इनकार कर रही है. 

जानकारी के मुताबिक, हैकर्स ने पुलिसकर्मियों को एक शादी का डिजिटल कार्ड भेजा था, जिसमें एक खास कोड के साथ लिखा था, "स्वागत है... शादी में जरूर आएं. प्यार वह मास्टर कुंजी है जो खुशी के द्वार खोलती है." इस लिंक को क्लिक करते ही उनका पूरा मोबाइल फोन हैक हो गया.  पुलिसकर्मी इस तरह की साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गए, जबकि वे खुद साइबर अपराधों से लड़ने के लिए प्रशिक्षित हैं. 

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अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि साइबर हमले के बाद थाना प्रभारी और कांस्टेबल ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है. इसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है. यह घटना साइबर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है. साथ ही यह भी बताती है कि कोई भी, यहां तक कि प्रशिक्षित पुलिसकर्मी भी, साइबर हैकर्स के जाल में फंस सकता है. 

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