इस शख्स का दावा है कि ये रियल लाइफ मोगली है. जो 8 साल की उम्र में लापता होने के बाद जंगल में जानवरों के साथ रहा. शख्स का नाम एल्सियो अल्वेस डो नैसिमेंटो है. उन्होंने बताया कि साल 1978 में क्रिसमस के मौके पर भाई से एक खिलौने को लेकर झगड़ा हो गया था. जिसके बाद वो घर से निकल गए.
ब्राजील के रहने वाले एल्सियो ने बताया कि वो कैसे जंगली जानवरों के बीच रहे. भाई से झगड़े के बाद क्या हुआ, ये बताता हुए वो कहते हैं, 'मेरे पिता बहुत सख्त थे, उन्होंने मुझे छड़ी से पीटा और फिर मैं तब तक भागता रहा जब तक नदी में नहीं गिर गया. मैं तैरता हुआ किनारे तक आया, लेकिन तब तक मैं खो चुका था.' अब एल्सियो की उम्र 53 साल है.
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि वो घर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इसमें सफल नहीं हो सके. जंगल में एक रात गुजारी. बस चलते रहे लेकिन जंगल से बाहर नहीं निकल पाए.
एल्सियो ने कहा कि मैं बरसात के मौसम में गुफा में सोता था और जड़ें, फल, नारियल, पानी में रहने वाले झींगे और सड़ी हुई लकड़ी का लार्वा खाता था. यहां खतरनाक जंगली जानवरों से सामना होता रहा, जिनमें जैगुआर भी शामिल थे. कई बार जानवरों ने हमला करने की कोशिश की लेकिन गुफा और पेड़ पर चढ़कर खुद को बचाया. वो कहते हैं कि मैं समझ गया था कि यहां से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है. मैं जमीन पर नहीं सोता था. हमेशा पेड़ पर सोता था.
आज के वक्त में एल्सियो उत्तर-पूर्वी ब्राजील के बाहिया राज्य में बैक्सियो गांव में एक लाइफगार्ड के तौर पर काम करते हैं. उन्हें 11 साल की उम्र में एक किसान ने जंगल में देख लिया था. जिसके बाद उन्हें रेस्क्यू किया गया. लेकिन जंगल में बिताए 3 साल ने जीवन पर पूरी तरह असर डाला है. यहां रहने के कारण आवाज कर्कश हो गई है. बाहर आकर खाना कैसे खाते हैं, यही सीखने में वक्त लग गया. बीमार होने के बाद अस्पताल जाना पड़ा.
वो कहते हैं कि जंगल में जानवरों की तरह रहना आसान नहीं है. उन्होंने कहा, 'मेरे रिश्तेदारों को लगा कि मैं मर गया हूं. उन्होंने मुझे ढूंढना बंद कर दिया था.' एल्सियो ने इंसानों की तरह रहना सीखने के बाद खाना बनाना सीखा. उन्होंने शादी भी की. उनकी दो बेटी और चार पोता-पोती हैं.