scorecardresearch
 

सीने में दर्द से अस्पताल पहुंचा शख्स, X-Ray में मिला सीमेंट का टुकड़ा, जानिए शरीर में कैसे पहुंचा

फ्रांस में एक शख्स अचानक सीने में तेज दर्द और सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल पहुंचा. डॉक्टरों ने जब उसका चेस्ट का एक्स-रे देखा तो नजारा देखकर वे भी दंग रह गए.

Advertisement
X
सीमेंट की वजह से दिल और फेफड़े में छेद हो गया, (सांकेतिक तस्वीर:Pexel)
सीमेंट की वजह से दिल और फेफड़े में छेद हो गया, (सांकेतिक तस्वीर:Pexel)

कई बार मेडिकल केस इतने हैरान करने वाले होते हैं कि लोग सालों बाद भी उनकी चर्चा करना नहीं छोड़ते. सोशल मीडिया पर इन दिनों ऐसा ही एक केस फिर से सुर्खियों में है. मामला फ्रांस का है, जहां एक शख्स सीने के तेज दर्द और सांस लेने में तकलीफ़ के बाद अस्पताल पहुंचा, लेकिन एक्स-रे रिपोर्ट देखकर डॉक्टर भी हक्के-बक्के रह गए.

सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ़ से पहुंचे अस्पताल

56 साल का यह मरीज. दो दिन से सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द झेल रहा था. डॉक्टरों ने जब एक्स-रे किया तो उसके दिल और दाहिने फेफड़े में 10 सेंटीमीटर लंबा सीमेंट का टुकड़ा फंसा मिला. न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन की 2 अक्तूबर 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला उस वक्त मेडिकल जगत में सनसनी बना था. अब सोशल मीडिया पर यह कहानी फिर वायरल हो रही है.

रीढ़ की हड्डी के इलाज के बाद हुआ हादसा

दरअसल, एक हफ्ते पहले मरीज ने कायफोप्लास्टी नाम की सर्जरी कराई थी. इस प्रक्रिया में रीढ़ की हड्डी के फ्रैक्चर या कैंसर से प्रभावित हिस्से को ठीक करने के लिए उसमें खास तरह का सीमेंट डाला जाता है. लेकिन दुर्लभ मामले में यही सीमेंट खून की नसों से होते हुए दिल और फेफड़े तक पहुंच गया और वहां जाकर सख्त हो गया. नतीजा दिल और फेफड़े में छेद हो गया.

Advertisement

डॉक्टरों ने ऐसे बचाई जान

डॉक्टरों ने तुरंत ओपन-हार्ट सर्जरी कर सीमेंट का टुकड़ा निकाला और दिल में बने छेद को रिपेयर किया. हैरानी की बात ये रही कि इतनी गंभीर सर्जरी के बाद भी मरीज को कोई बड़ी दिक्कत नहीं हुई और सिर्फ एक महीने में वह लगभग पूरी तरह से ठीक हो गया.

कायफोप्लास्टी कितनी सुरक्षित है?

जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन के मुताबिक, कायफोप्लास्टी आम तौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन इसके कुछ खतरे भी हैं.इन्फेक्शन, ब्लीडिंग, ज़्यादा पीठ दर्द और सबसे बड़ा रिस्क सीमेंट एम्बोलिज्म यानी सीमेंट का खून की नसों के जरिए शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंच जाना. अच्छी बात ये है कि ऐसे गंभीर मामले 2% से भी कम मरीजों में देखे जाते हैं.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement