मेट्रो स्टेशन पर दुकान खोलना व्यवसाय का एक अच्छा विकल्प हो सकता है. क्योंकि इन जगहों पर दिन-रात सैकड़ों लोगों का आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में अलग-अलग लोगों को पानी, स्नैक्स या खाने-पीने की छोटी-मोटी चीजों की जरूरत रहती है. ऐसे में मेट्रो स्टेशन पर दुकान खोलना एक बढ़िया बिजनेस आइडिया है.
मेट्रो स्टेशन पर कैसे दुकान खोलने के लिए जगह मिल सकती है, इसका पूरा डिटेल दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) की वेबसाइट पर दी गई है. दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर डीएमआरसी दुकान अलॉट करती है. डीएमआरसी से दुकान लेने के लिए इनकी ओर से आयोजित टेंडर में हिस्सा लेना पड़ता है. टेंडर की पूरी जानकारी डीएमआरसी की वेबसाइट पर मिल जाएगी.
यहां देख सकते हैं खाली दुकानों की लिस्ट
डीएमआरसी की वेबसाइट पर किन स्टेशनों पर कितनी दुकानों के लिए जगह खाली है. इसकी पूरी लिस्ट होती है. इसमें स्टेशनों के नाम, वहां उपलब्ध खाली दुकानें, उनका रेंट सारी जानकारी होती है. इस लिस्ट के अनुसार आप अपने लिए मुफीद स्टेशन और खाली जगह का चुनाव कर सकते हैं.
मेट्रो स्टेशनों पर खाली दुकानों के लिए डीएमआरसी की ओर से टेंडर निकाले जाते हैं. दुकान लेने के लिए टेंडर प्रक्रिया में भाग लेना होता है. यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आयोजित की जाती है. टेंडर के लिए अप्लाई करने के बाद ही दुकानों के लिए बोली लगती है.
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर एप्लीकेशन सिलेक्ट होता है
दुकानों के टेंडर के लिए आवेदन करना सबसे जरूरी स्टेज होता है. क्योंकि एप्लिकेशन के चयन होने के बाद ही दुकान की बोली लगाने के लिए नीलामी में भाग लिया जा सकता है. अप्लीकेशन का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होता है.
टेंडर के लिए कैसे अप्लाई करें
सबसे पहले डीएमआरसी की वेबसाइट पर जाकर टेंडर नोटिस डाउनलोड करना होता है. इसमें टेंडर में हिस्सा लेने की पूरी जानकारी होती है. फिर एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर उसे भरना होता है. फिर टेंडर डॉक्यूमेंट डाउनलोड कर उसे भरना होता है.
इसके बाद टेंडर एप्लिकेशन, टेंडर डॉक्यूमेंट, एड्रेस प्रूफ और पैन कार्ड की फोटो कॉपी के साथ 1770 रुपये टेंडर कॉस्ट डीएमआरसी के महाप्रबंधक के पास जमा करना होता है. यह प्रोसेस ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से हो सकती है. यानी आप इसे इमेल के जरिए भी भेज सकते हैं. टेंडर नोटिस में जैसी जानकारी दी गई हो, उसे ही फॉलो करना होता है.
कैसे अलॉट होता है दुकान
टेंडर के लिए आवेदन करने के बाद खाली दुकानों की बोली लगाई जाती है. दुकानों के लिए जो सबसे सही कीमत पर लगाते हैं, दुकान लेने के लिए उनका चयन हो जाता है. फिर पूरे डॉक्यूमेंट्स के साथ अपने मनपसंद दुकान के लिए अप्लाई करना होता है. तब जाकर उनके नाम से दुकान अलॉट कर दिया जाता है.
दुकान का एग्रीमेंट बनवाना है जरूरी
दुकान मिलने के बाद डीएमआरसी के साथ एक एग्रीमेंट बनवाना होता है. इसे लाइसेंस एग्रीमेंट कहा जाता है. यह एग्रीमेंट बन जाने के बाद मेट्रो स्टेशन पर शॉप शुरू करने के लिए नगर निगम और फूड डिपार्टमेंट से भी जरूरी अनुमति यानी शॉप लाइसेंस लेना होता है. तब जाकर आप दुकान शुरू कर सकते हैं.