महंगाई के मोर्चे पर आज खुशखबरी मिल सकती है. देश की खस्ता हाल अर्थव्यवस्था को संभालने और रुपये की गिरती कीमत को रोकने के लिए अहम फैसले हो सकते हैं.
इससे पहले शनिवार को वित्तमंत्री ने कहा था कि रिजर्व बैंक के गवर्नर के साथ बातचीत के बाद सोमवार को आर्थिक सुधारों की दिशा में बड़े कदमों का एलान किया जाएगा. अगर ब्याज दरों में कटौती का ऐलान होता है तो इससे कर्ज धारकों को राहत मिल सकती है और उनकी ईएमआई कम हो सकती है.
आर्थिक मामलों को विशेषज्ञ शंकर अय्यर का कहना है कि सीआरआर और रेपो रेट में कटौती का एलान हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो ईएमआई कम हो जाएगी. उनका यह भी मानना है कि पेट्रोल कंपनियों को सीधे रिजर्व बैंक से डॉलर लेने की अनुमति मिल सकती है और आयात-निर्यात के जरिए डॉलर को आकर्षित किया जा सकता है.
शंकर अय्यर मानते हैं कि किराना कारोबार में विदेश निवेश पर कोई फैसला हो सकता है. बैंकिंग मामलों के विशेषज्ञ वी के सूरी का कहना है कि कॉरपोरेट बॉन्ड्स पर से प्रतिबंध खत्म किया जा सकता है. उनका यह भी मानना है कि एनआरआई के जरिए रुपए की मज़बूती की कोशिश हो सकती है और गोल्ड बॉन्ड्स का एलान किया जा सकता है.
आर्थिक विशेषज्ञों के मुताबिक ये वो चंद कदम हैं जो कदम सरकार उठा सकती है. वैसे भी उम्मीद है कि वित्तमंत्री अपना पद छोड़ने से पहले देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाएंगे.
गौरतलब है कि जनवरी 2009 में जब प्रणब मुखर्जी ने वित्त मंत्रालय की ज़िम्मेदारी ली थी तब एक डॉलर के मुकाबले रुपये का भाव था 48 रुपये 73 पैसे था और आज ये 57 रुपये के पार जा चुका है.
हालांकि मेक्सिको में जी-20 और ब्राजील में रियो 20 सम्मेलन से लौटते वक्त प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश को भरोसा दिलाया है कि कुछ जरूरी कदम उठाने के बाद रुपये की गिरावट में सुधार हो जाएगा.