विमुद्रीकरण (नोटबंदी, Demonetisation)
विमुद्रीकरण (नोटबंदी) (Demonetisation) को मुद्रा इकाइयों की ‘लीगल टेंडर स्टेटस’ अथवा कानूनी निविदा स्थिति को हटाने के कार्य के रूप में परिभाषित किया गया है. यह तब हो सकता है जब राष्ट्रीय मुद्रा बदली जाती है. यदि इसे आचानक और बिना किसी चेतावनी के लागू किया जाए तो यह किसी देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है, ऐसा इसलिए है क्योंकि यह आर्थिक लेनदेन में एक्सचेंज मिडियम को सीधे प्रभावित करता है (What is Demonetisation?).
दुनिया भर के अधिकांश देशों ने किसी न किसी समय विमुद्रीकरण का उपयोग किया है और यह मुद्रास्फीति (इनफ्लेशन) (inflation) जैसी स्थितियों को नियंत्रित करने और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. भारत सरकार ने नवंबर 2016 में जालसाजी और मनी लॉन्ड्रिंग (Money laundering) को रोकने के लिए 1000 और 500... और पढ़ें
इस बार बजट में इनकम टैक्स को लेकर कोई बड़ा बदलाव तो नहीं किया गया, लेकिन फिर भी 5 ऐसी चीजें बदली हैं, जो काफी लोगों पर असर डालने वाली हैं. आइए देखते हैं कि इन बदलावों से क्या नुकसान और क्या फायदे होने वाले हैं.
देश का सबसे बड़ा आईपीओ यानी Paytm IPO बुधवार आखिरी दिन लगभग दोगुने सब्सक्रिप्शन के साथ बंद हुआ. इसी के साथ इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने एक नया इतिहास लिख दिया. जबकि एक समय में इस कंपनी के लिए उन्होंने कभी 24% की ब्याज पर लोन लिया था.
8 नवंबर 2016, वक्त रात के 8 बजे, प्रधानमंत्री की आवाज आज 5 साल बाद भी लोगों के जहन में है. कैसे रात 12 से देश में चल रहे 5 सौ और 1 हजार के नोट बंद हो गए. लोग अपने रुपये लेकर बैकों की तरफ भागे. कई-कई दिनों तक बैकों की लंबी कतार पर खड़े रहे. लेकिन क्या सरकार ने जिस मकसद से नोटबंदी का ऐलान किया था वो आज 5 साल बाद पूरा हुआ? यहां हम जानने की कोशिश कर रहे हैं कि नोटबंदी के 5 साल बाद कितना बदलाव आया है.
नोटबंदी के आज पांच साल पूरे हो गए हैं लेकिन इस फैसले का हासिल क्या रहा, लखीमपुर हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट से यूपी सरकार को क्यों लगी फटकार? भारत के किन राज्यों में कुपोषण सबसे ज्यादा है और उपहार सिनेमा अग्निकांड में कोर्ट ने किन्हें जिम्मेदार माना और क्या सजा हुई, सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाकुर से.
Paytm IPO देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इससे पहले Coal India 15,000 करोड़ रुपये और Reliance Power 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का आईपीओ मार्केट में लाए थे.
Five years of Demonetisation: 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नोटबंदी का ऐलान किया था, जिसके बाद उसी दिन आधी रात से 500 और 1000 के नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे.
देश में डिजिटल पेमेंट की पायनियर कंपनी Paytm का IPO 8 नवंबर 2021 को खुलेगा. इसी दिन 5 साल पहले देश में नोटबंदी हुई थी और डिजिटल पेमेंट की दुनिया का एक नया अध्याय शुरू हुआ था. अब इसी दिन देश का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा खुलेगा...
भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों से कहा है कि वह 8 नवंबर 2016 से लेकर 30 दिसंबर 2016 की अवधि की दौरान अपने ब्रांचेज और करेंसी चेस्ट की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग को अगले आदेश तक अपने पास सुरक्षित रखें.
वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान देश में नकदी का इस्तेमाल जीडीपी के 14.7 फीसदी तक चला गया है, जो अब तक का एक रिकॉर्ड है. नोटबंदी वाले साल में कैश-जीडीपी अनुपात काफी कम था और उसके बाद यह बढ़ता ही गया है.
नोटबंदी के सवा चार साल बीत गए. लेकिन लोगों को अभी भी नोटबंदी का दौर भूला नहीं होगा. लेकिन सोशल मीडिया में अब ये खबर चर्चा में है कि सरकार एक और नोटबंदी करने वाली है. इस बार 100, 10 और 5 रुपये के नोट बंद करने वाली है. खबर देश के आम लोगों से जुड़ी हुई है, जिसकी सच्चाई जाननी बहुत जरूरी है. देखें वीडियो.
नोटबंदी और उसके बाद डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाने के चार साल बीत चुके हैं. लेकिन इस दौरान देश में नकदी का इस्तेमाल कम नहीं हुआ और अब तो यह रिकॉर्ड लेवल 26.19 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
पीएम मोदी का मानना है कि नोटबंदी के चलते टैक्स के मोर्चे पर बेहतर अनुपालन देखने को मिला और पारदर्शिता में भी इजाफा हुआ. विपक्ष लगातार नोटबंदी को सरकार का गलत फैसला ठहराता आया है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार नोटबंदी को केंद्र सरकार का गलत फैसला ठहराते रहे हैं. नोटबंदी के चार साल पूरे होने पर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के नोटबंदी के फैसले पर फिर सवाल उठाए और भारतीय अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान गिनाए.
विपक्ष लगातार नोटबंदी को सरकार का गलत फैसला ठहराता आया है. जबकि सरकार का मानना है कि नोटबंदी का सकारात्मक असर रहा. हालांकि जिस उम्मीद के साथ सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया था, उतने बेहतर परिणाम नहीं मिले.
पिछले एक दशक की दो आपदाओं ने साबित किया कि हमारे दिमाग की चालबाजी हमें कैसे गलत फैसले लेने को मजबूर करती है.
मैदान में अचानक उड़ने लगे 500 -1000 के पुराने नोट, पुलिस के भी उड़े होश
नेटफ्लिक्स पर जल्दी ही Choked: पैसा बोलता है फिल्म रिलीज होने वाली है. इसे डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने बनाया है. इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है, जो कि काफी दिलचस्प है. फिल्म की कहानी सरिता नाम की एक गरीब महिला पर आधारित है.
2000 रुपये के नोटों को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है, क्योंकि ATM में इनकी कमी दिख रही है. अब एटीएम में 500 रुपये के नोट ज्यादा दिख रहे हैं. कई बैंकों के एटीएम में बदलाव किया जा रहा है.