साइंस फिक्शन फिल्म में आपने कई बार देखा होगा, जहां इंसानी दिमाग में चिप लगाई जाती है, लेकिन ये हकीकत में हो चुका है. Noland Arbaugh नाम के शख्स ने एक साल पहले अपने दिमाग में चिप इंप्लांट कराई थी और आज उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल चुकी है. यह चिप Elon Musk की कंपनी Neuralink ने तैयार की और फिर एक शख्स के दिमाग में लगाया.
जनवरी 2024 में Noland Arbaugh के ब्रेन में चिप को इंप्लांट किया था. बताते चलें कि Noland Arbaugh 8 साल से पैरालाइज का सामना कर रहे थे, जिसमें उनकी गर्दन के नीचे का पूरा हिस्सा पैरालाइज हो चुका था. यह पहले शख्स हैं, जिनके अंदर अमेरिकी न्यूरोटेक्नोलॉजी फर्म Neuralink ने चिप को इंप्लांट किया है.
Noland Arbaugh की ब्रेन चिप सबसे ज्यादा चर्चा में
यह कोई पहली चिप नहीं है, जो किसी इंसानी दिमाग के अंदर इंप्लांट की गई है, इससे पहले भी दूसरी कंपनियां ये कारनामा कर चुकी हैं, ये जानकारी बीबीसी ने दी है. यहां सबसे ज्यादा अट्रैक्शन Noland Arbaugh के इंप्लांट ब्रेन चिप को मिली है, जिसकी मुख्य वजह Neuralink के फाउंडर Elon Musk हैं.
Noland Arbaugh स्वस्थ जिंदगी जी रहे
Neuralink ब्रेन चिप इंप्लांट करने के एक साल बाद भी Noland Arbaugh स्वस्थ जिंदगी जी रहे हैं. यहां तक कि उन्होंने कई मीडिया इंटरव्यू के दौरान बताया कि अब उनकी जिंदगी बदल गई है और उसमें एक बड़ा रोल Elon Musk की कंपनी Neuralink द्वारा तैयार की गई ब्रेन चिप है.
2016 में हुआ था एक्सीडेंट
एरिजोना के Noland Arbaugh का साल 2016 में एक एक्सीडेंट हुआ था, जिसकी वजह से उनको गंभीचर चोट का सामना करना पड़ा था. इस हादसे के कंधे से नीचे का पूरा शरीर पैरालाइज हो गया. उनके जख्म बहुत गहरे थे और वह आगे की पढ़ाई तक नहीं कर सकते थे. ना ही वह फिर कभी गेम खेल सकते थे और ना कहीं काम कर सकते थे.
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इशारों पर चलता है लैपटॉप
Noland Arbaugh का एक वीडियो भी सामने आ चुका है, जिसमें वह सिर्फ सोचने भर से ही अपने कंप्यूटर के कर्सर और क्लिक को कंट्रोल कर सकते हैं, जिसके लिए ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस तकनीक का यूज होता है. ऐसे में Noland Arbaugh आसानी से ऑनलाइन गेम और लैपटॉप का आनंद ले सकते हैं. वह खुद मानते हैं कि अब उनकी जिंदगी पहले की तुलना में थोड़ी बदल चुकी है.
ब्रेन क्प्यूटर इंटरफेस क्या है?
ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI), यह एक ऐसी तकनीक है, जो ब्रेन सिग्नलस को सीधे कंप्यूटर या किसी बाहरी डिवाइस के साथ जोड़ती है. इसके लिए ब्रेन के ऊपर एक चिप लगाया जाता है, जो ब्रेन की न्यूरल एक्टिविटी को पढ़कर उन्हें डिजिटल कमांड में बदलने की क्षमता रखता है. इससे चिप वाला शख्स बिना कुछ छुए कंपेटेबल मशीनों को कंट्रोल कर सकते हैं.
कैसे काम करता है BCI?
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चला पा रहे हैं लैपटॉप
Noland Arbaugh अपने हर एक काम के लिए दूसरों पर आश्रित थे, लेकिन अब वह सिर्फ सोचते हैं और उधर उनका डिवाइस वो काम कर देता है, हालांकि अभी यह बहुत लिमिटेड टास्क कर सकता है. उदाहरण के तौर पर समझें तो Noland Arbaugh अब सिर्फ सोचने भर से कंप्यूटर पर क्लिक और कर्सर को कंट्रोल कर सकते हैं.