कर्नाटक (Karnataka) के चन्नापटना शहर में लकड़ी के खिलौनों को तराशने की 200 साल पुरानी एक कारीगरी को संजोकर रखा गया है. Flipkart ने अपने समर्थ प्रोग्राम के जरिए मीरान आर्ट एंड क्राफ्ट और इसकी कारीगरी को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का काम किया है.
मीरान आर्ट एंड क्राफ्ट के कर्ताधर्ता मीर साहब की पीढ़ियां इस कला को संजोने-सहेजने में जुटी रहीं. उनके बेटे आरिफ का कहना है कि पहले उनकी गली में करीब 9 कारखाने थे लेकिन कोविड के बाद, आज केवल दो कारखाने हैं क्योंकि कोविड ने पूरे बिजनेस को ठप कर दिया था. 'Flipkart समर्थ प्रोग्राम' की मदद से मीरान आर्ट और क्राफ्ट्स के सपनों को एक नई उड़ान मिली और कारीगरों के लिए आशा की किरण बन गई.
'Flipkart समर्थ प्रोग्राम' भारत की हस्तकला और संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है. 'समर्थ प्रोग्राम' के जरिए Flipkart ने पिछले 5 सालों में भारत के सभी राज्यों के करीब 18 लाख कारीगरों का जीवन बदलने में अहम भूमिका निभाई है.