भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने निविदा जारी करके इंडियन प्रीमियर लीग के नये टाइटिल प्रायोजक की खोज शुरू कर दी. डीएलएफ ने अगस्त में आईपीएल के साथ पांच साल लंबा संबंध तोड़ दिया था. बीसीसीआई अब उसके स्थान पर दूसरे प्रायोजक की तलाश में है.
बोर्ड ने प्रमुख समाचार पत्रों में दिये निविदा नोटिस में लिखा है कि इस निविदा के तहत सर्वाधिक बोली लगाने वाले को 2013 से 2017 तक पांच सत्र के लिये इंडियन प्रीमियर लीग का टाइटिल प्रायोजक का अधिकार सौंपा जाएगा.
इसके अनुसार कि टाइटिल प्रायोजक के अधिकारों में कई तरह की ब्रांडिंग और अन्य बाजार से जुड़े अन्य फायदे शामिल हैं जो प्रत्येक आईपीएल मैच में टाइटिल प्रायोजक को मिलेंगे.
नोटिस में साफ किया गया है कि जिन कंपनियों का इरादा बोली जीतने के बाद अधिकार बेचने का है वह शुरू में आवेदन के लिये अयोग्य है. बोली 21 नवंबर सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक बोर्ड के पास भेजी जा सकती है. इसके लिये 20 लाख रुपये का भुगतान करना होगा जिसे वापस नहीं किया जाएगा.
इस धनराशि को बोली की राशि में भी नहीं जोड़ा जाएगा. यह राशि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के नाम पर बने डिमांड ड्राफ्ट या पे आर्डर (दोनों पुणे में देय) के जरिये भुगतान की जाएगी.