scorecardresearch
 

नीरज चोपड़ा vs अरशद नदीम... क्या भारत-पाक‍िस्तान का No Handshake व‍िवाद जैवल‍िन के मैदान में भी द‍िखेगा?

दुबई एशिया कप में हुए हैंडशेक विवाद के बाद अब भारत-पाकिस्तान की अगली भिड़ंत क्रिकेट नहीं, बल्कि एथलेटिक्स में होगी. टोक्यो वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम आमने-सामने होंगे.

Advertisement
X
पेरिस 2024 के बाद नीरज-अरशद की पहली मुलाकात होगी. (फोटो, PTI)
पेरिस 2024 के बाद नीरज-अरशद की पहली मुलाकात होगी. (फोटो, PTI)

दुबई में हुए एशिया कप टी20 मैच के दौरान भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच 'हैंडशेक विवाद' के बीच एक और बड़ा मुकाबला होने जा रहा है. इस बार क्रिकेट के मैदान पर नहीं, बल्कि एथलेटिक्स ट्रैक पर. टोक्यो में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम आमने-सामने होंगे. 

भारतीय भाला फेंक सुपरस्टार नीरज चोपड़ा बुधवार (17 सितंबर) को टोक्यो में क्वालिफिकेशन राउंड के साथ विश्व चैम्पियनशिप में अपने खिताब का बचाव करने का अभियान शुरू करेंगे. हालांकि चोपड़ा-नदीम की भिड़ंत बुधवार को नहीं होगी, क्योंकि क्वालिफाइंग राउंड में दोनों को अलग-अलग ग्रुप में रखा गया है. अब उम्मीद है कि दोनों गुरुवार (18 सितंबर) को फाइनल राउंड में आमने-सामने होंगे.

अक्सर कहा जाता है कि खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए. इतिहास गवाह है कि कई बार मैदान पर दोनों देशों के खिलाड़ी खेलभावना का उदाहरण पेश करते रहे हैं.

1999 में कारगिल युद्ध से ठीक पहले चेन्नई टेस्ट में पाकिस्तान की रोमांचक जीत के बाद भारतीय दर्शकों ने विपक्षी टीम को खड़े होकर सम्मान दिया था. हाल के दिनों में भी जब शाहीन आफरीदी ने जसप्रीत बुमराह को पिता बनने पर तोहफा दिया या 2016 के बाद भारत आने पर पाक टीम का स्वागत हुआ, तब खेल ने रिश्तों को नरम किया.

Advertisement

लेकिन 2025 की घटनाओं ने हालात बदल दिए. अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले और फिर मई में खुले संघर्ष के बाद राजनीतिक रिश्ते बेहद सख्त हो गए. इसी माहौल का असर दुबई में एशिया कप टी20 पर भी दिखा. टॉस के समय भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से हाथ मिलाने से परहेज़ किया. मैच के बाद भी खिलाड़ियों ने हैंडशेक नहीं किया. पाकिस्तान ने इसे अपमान माना और आईसीसी से शिकायत दर्ज की.

भाले के मैदान की जंग

क्रिकेट की तुलना में एथलेटिक्स में भारत और पाकिस्तान का आमना-सामना बहुत कम देखने को मिलता है. जेवलिन थ्रो की दुनिया और भी छोटी है, जहां गिने-चुने स्टार हर टूर्नामेंट में एक-दूसरे से भिड़ते हैं. ऐसे में नीरज और अरशद की टक्कर सिर्फ एथलेटिक्स ही नहीं बल्कि एशिया के खेल इतिहास का एक अहम अध्याय बन चुकी है.

दोनों की प्रतिद्वंद्विता 2016 से शुरू हुई. नीरज जल्दी ही बड़े स्टार बने, जबकि अरशद को कई मुश्किलों से जूझना पड़ा. 2018 एशियन गेम्स में नीरज ने गोल्ड (88.06 मीटर) और अरशद ने ब्रॉन्ज (80.75 मीटर) जीता. दोनों की झंडों में लिपटी वायरल तस्वीर- सर झुकाकर हाथ मिलाते हुए... भारत-पाक खेल संबंधों की खूबसूरत मिसाल बनी.

neeraj-arshad.
खेल भावना... (Photo, AFP)

टोक्यो ओलंपिक 2021 में अरशद ने नीरज का भाला इस्तेमाल कर थ्रो किया- ये भरोसे और भाईचारे का दुर्लभ उदाहरण था. लेकिन धीरे-धीरे समीकरण बदलने लगे. नीरज ने लगातार वर्ल्ड चैम्पियनशिप और डायमंड लीग में दबदबा बनाया, वहीं अरशद ने भी अपने प्रदर्शन से पाकिस्तान के लिए उम्मीदें जगाईं.

Advertisement

पेरिस 2024: समीकरण बदलने वाला पल

पेरिस ओलंपिक 2024 नीरज-अरशद प्रतिद्वंद्विता का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ. अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो कर पाकिस्तान को पहला ओलंपिक एथलेटिक्स गोल्ड दिलाया. नीरज 89.45 मीटर के साथ सिल्वर तक सिमट गए. ये पल न सिर्फ पाकिस्तान के लिए ऐतिहासिक था बल्कि इसने दोनों खिलाड़ियों की प्रतिद्वंद्विता को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया.

उसके बाद दोनों देशों के बीच खिलाड़ियों के परिवारों तक से अपनापन झलका. नीरज की मां सरोज देवी ने कहा कि अरशद उन्हें अपने बेटे जैसा लगता है, जबकि अरशद की मां ने भी नीरज को परिवार का हिस्सा बताया. ये दृश्य सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और खेल को राजनीति से ऊपर रखने का संदेश दिया.

2025 में बदले हालात

लेकिन 2025 में हालात तेजी से बिगड़े. पहलगाम हमले के बाद नीरज को अपने बयान में साफ करना पड़ा कि वे और अरशद कभी क़रीबी दोस्त नहीं थे. उन्होंने कहा कि सम्मान हमेशा रहा है, लेकिन 'भाईचारे' वाली कहानी मीडिया ने ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर पेश की थी.

इसी बीच नीरज चोपड़ा क्लासिक नामक बड़े टूर्नामेंट का आयोजन भारत में हुआ. इसमें अरशद को भी निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन हमले के बाद विवाद बढ़ा और नीरज को सफाई देनी पड़ी कि अब अरशद की भागीदारी नामुमकिन है.

Advertisement

अरशद ने भी टोक्यो रवाना होने से पहले बयान दिया, 'मेरी असली चुनौती खुद से है, लेकिन मैदान पर नीरज ही सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी हैं.'

टोक्यो 2025 की ओर

अब जब दोनों टोक्यो पहुंच चुके हैं, माहौल बेहद गर्म है. नीरज वर्ल्ड चैम्पियन हैं और अपनी बादशाहत बरकरार रखना चाहते हैं. अरशद ओलंपिक गोल्ड के बाद खुद को साबित करने उतरे हैं. जर्मनी के जूलियन वेबर भी खिताब के प्रबल दावेदार हैं.

लेकिन दर्शकों की नजरें सिर्फ थ्रो पर नहीं होंगी, बल्कि इस बात पर भी होंगी कि क्या नीरज और अरशद पुराने अंदाज में हाथ मिलाएंगे या फिर हैंडशेक विवाद की छाया टोक्यो तक पहुंच चुकी है.
 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement