इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में दिनेश कार्तिक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए शानदार प्लेयर बनकर उभरे हैं. सिर्फ 5.5 करोड़ रुपये में आरसीबी ने दिनेश कार्तिक को ऑक्शन में अपने पाले में किया और इसका जबरदस्त फायदा हुआ. अपने दमदार प्रदर्शन के दमपर दिनेश कार्तिक ने टीम को कई मैच जिताए. और उन्हें इस सीजन का सबसे बेहतरीन फिनिशर कहा गया.
दिनेश कार्तिक की फॉर्म में ज़बरदस्त वापसी का असर हुआ, फैन्स ने उनकी वाहवाही की. लेकिन इसी वाहवाही के बीच में दिनेश कार्तिक से जुड़ी एक कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हुई. सोशल मीडिया पर एक कहानी घूम रही है जिसका शीर्षक ‘समय सबका आता हैं , बस संयम बनाये रखें’ है, इस कहानी को बड़े-बड़े फेसबुक पेज, ट्विटर हैंडल पर साझा किया गया.
इसमें दिनेश कार्तिक के कमबैक की कहानी बताई गई, साथ ही उनकी पर्सनल लाइफ में किस तरह का तूफान आया. कैसे उनका पहली पत्नी से तलाक हुआ, तमिलनाडु टीम की कप्तानी छीन ली गई, महेंद्र सिंह धोनी की वजह से टीम से बाहर किया गया और बाद में उन्होंने किस तरह आईपीएल में धमाकेदार वापसी की. हालांकि, जो कहानी बताई जा रही है उसमें काफी कुछ सही नहीं और सिर्फ एक मनगढ़ंत कहानी ही है.
दूसरी ओर मुरली विजय का खेल डाउन लगातार डाउन जा रहा था। उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया। उनके खराब फॉर्म को देखते हुए आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स ने भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। दूसरी ओर दीपिका के सहयोग से दिनेश नेट पर जोरदार अभ्यास करने लगे थे।
[9/9 🔻— Avinash Das (@avinashonly) May 11, 2022
क्रिकेट के जानकार ने किया है फैक्ट चैक
ऐसे में क्रिकेट को फॉलो करने वाले लोग दिनेश कार्तिक से जुड़ी सच्चाई जानने में जुटे हैं. इसी कड़ी में अमित सिन्हा जो फेसबुक-ट्विटर पर क्रिकेट की जानकारी साझा करते हैं, उन्होंने इसकी सच्चाई बताने का जिम्मा लिया. अमित सिन्हा ने कहानी का फैक्ट-चैक किया और अलग-अलग तथ्यों को सामने रखा.
ट्विटर पर अमित सिन्हा ने जो थ्रेड शेयर की, उसमें बताया गया है कि 2011 में दिनेश कार्तिक की जगह मुरली विजय नहीं बल्कि लक्ष्मीपति बालाजी को कप्तान बनाया गया था. जो कहानी बताई गई है, यह उससे बिल्कुल उलट है. बल्कि दिनेश कार्तिक को मुरली विजय की जगह ही पहले कप्तान बनाया गया था.
इसके अलावा 2012 के दौर के बारे में बात की गई है कि दिनेश कार्तिक को टीम से बाहर किया गया. हालांकि, वह 2010 से ही टीम से बाहर चल रहे थे, उस वक्त वर्ल्डकप का वक्त था ऐसे में मेन-प्लेयर को टीम में जगह मिल रही थी. दिनेश कार्तिक ने 2013 में टीम में वापसी की, जहां उन्हें 15 मैच खेलने को मिले.
And I have fact-checked only 3 tweets there. That's the amount of misinformation that this entire narrative is teeming with. I'm not angry at you but as a storyteller and researcher, I do get angry when facts are twisted to project a certain narrative. And this is being done here
— TheRandomCricketPhotosGuy (@RandomCricketP1) May 12, 2022
रणजी सीजन को लेकर जो दावा किया गया, उससे उलट दिनेश कार्तिक ने 2012 के सीजन में तमिलनाडु के लिए 577 रन बनाए. उनका औसत 64 का रहा, फेसबुक पर घूम रही कहानी में दिनेश कार्तिक को इस दौरान डिप्रेशन-नशे का शिकार बताया गया है. दिनेश कार्तिक को आईपीएल से बाहर करने का दावा भी गलत ही किया गया है, क्योंकि 2012 से 2015 के दौर के बीच दिनेश कार्तिक ने करीब हर मैच खेला है, इस दौरान उन्होंने रनों की बरसात भी की है.
आपको बता दें कि दिनेश कार्तिक इसलिए सुर्खियों में हैं, क्योंकि आईपीएल 2022 में वह छाए हुए हैं. इस सीजन में अभी तक 12 मैच में 274 रन बनाए हैं, इस दौरान उनका औसत 68.50 का रहा है. दिनेश कार्तिक 12 पारियों में से 8 बार नॉटआउट रहे हैं. जबकि वह अभी तक 21 चौके और 21 छक्के लगा चुके हैं. अगर दिनेश कार्तिक के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 26 टेस्ट खेले हैं, इसमें उनके नाम 1025 रन हैं. जबकि 94 वनडे मैच में 1752 रन और 32 टी-20 मैच में कुल 399 रन दर्ज हैं.