ऑस्ट्रेलिया सीरीज की समाप्ति बाद भारतीय टीम अब साउथ अफ्रीका के दौरे पर जा रही है. साउथ अफ्रीका टूट के दौरान टीम इंडिया को तीन टी20, तीन वनडे और दो टेस्ट मुकाबले खेलने हैं. साउथ अफ्रीका के खिलाफ 'व्हाइट बॉल लेग' के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है. आगामी टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज भारतीय टीम के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होगा
भारत को अब टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले छह टी20 मैच खेलने हैं, जिसमें अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज भी शामिल है. इसके साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 का भी आयोजन होना है, जो टी20 वर्ल्ड कप में चयन का आधार बन सकता है. वैसे भारतीय चयनकर्ताओं को सबसे ज्यादा जद्दोजद ओपनिंग कॉम्बिनेशन को लेकर करनी होगी. ये देखना दिलचस्प होगा कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ओपनिंग स्लॉट के लिए किन-किन भारतीय खिलाड़ियों के नाम फाइनल होते हैं. वैसे ओपनिंग स्लॉट के लिए पांच बड़े दावेदार हैं. आइए जानते हैं इस बारे में...
यशस्वी जायसवाल: इस युवा बल्लेबाज ने अगस्त 2024 में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था. 21 साल के यशस्वी ने अब तक इस प्रारूप में सिर्फ 13 मैच खेले हैं. फिर भी वह रेस में सबसे आगे हैं. यशस्वी पहली गेंद से ही अटैक करने की क्षमता रखते हैं जो काफी कम बल्लेबाजों में देखने को मिलता है. यशस्वी नेट्स में अपनी लेग-स्पिन बॉलिंग को भी निखार रहे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर एक-या दो ओवर कर सकें. हालांकि उन्होंने अब तक 76 टी20 में केवल 19 गेंदें ही फेंकी हैं. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के हालिया सीजन में उन्होंने आठ मैच खेले, लेकिन एक भी ओवर नहीं डाला.
रोहित शर्मा: भारतीय कप्तान ने अपना आखिरी टी20 इंटरनेशनल इंग्लैंड के खिलाफ पिछले साल टी20 विश्व कप में खेला था. उसके बाद से रोहित ने एक भी टी20 मैच नहीं खेला है. उनकी गैरमौजूदगी में हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव ने इस प्रारूप में भारत का नेतृत्व किया है. रोहित वनडे और टेस्ट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर वह अभी भी सभी प्रारूपों में भारतीय टीम के कप्तान हैं.

रोहित शर्मा ने पिछले एक साल में अपना नजरिया पूरी तरह से बदल लिया है, खासकर वनडे क्रिकेट में. हालिया क्रिकेट विश्व कप में उन्होंने 125.94 की स्ट्राइक रेट से 597 रन बनाए. ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी उनकी दावदारी मजबूत नजर आ रही है. चूंकि हार्दिक की फिटनेस चिंता का विषय है, ऐसे में रोहित न केवल सलामी बल्लेबाज, बल्कि कप्तान के रूप में भी टी20 टीम में वापसी कर सकते हैं.
ईशान किशन: ईशान किशन के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि वह एक विकेटकीपर हैं. ईशान के समकक्ष संजू सैमसन इस समय सेटअप में नहीं हैं, वहीं जितेश शर्मा को काफी कम अनुभव है. जबकि ऋषभ पंत की वापसी फिलहाल तय नहीं है. हालांकि जब बात बल्लेबाजी की आती है, तो ईशान अबतक उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं. पिछले टी20 विश्व कप के बाद से ईशान का 13 टी20 मैचों में औसत 19.46 और स्ट्राइक रेट 111.94 का रहा है. ईशान क्रीज पर सेट होने में भी थोड़ा समय लेते हैं. यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज के दौरान भी देखने को मिला है.
ऋतुराज गायकवाड़: ऋतुराज गायकवाड़ टी20 क्रिकेट में स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं. पिछले टी20 विश्व कप के बाद से उन्होंने स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ जबरदस्त बैटिंग की है. टी20 विश्व कप के दौरान पिचें धीमी होने की उम्मीद है, ऐसे में वह महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. पेस बॉलिंग के विरुद्ध भी उनका रिकॉर्ड बुरा नहीं है. वैसे गायकवाड़ भी ईशान की तरह सेट होने में भी थोड़ा समय लेते हैं, लेकिन क्रीज पर टिकने के बाद उनके बल्ले से रनों की बारिश होती है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी20 में 123 रनों की पारी के दौरान ऐसा देखने को मिला था.

शुभमन गिल: शुभमन गिल के लिए आईपीएल 2023 का सीजन काफी अविश्वसनीय रहा था, जहां उन्होंने 157.80 की स्ट्राइक रेट से 890 रन बनाए. देखा जाए तो गिल पहले से ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी करने लगे हैं. पिछले टी20 वर्ल्ड कप के बाद से वह हर 16 गेंदों पर एक छक्का लगा रहे हैं. पहले यह हर 28 गेंद पर होता था. इन सबके बावजूद उनकी टी20 विश्व कप के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन में जगह पक्की नहीं है. अगर रोहित वापसी करते हैं, तो दूसरे सलामी बल्लेबाज की भूमिका के लिए गिल और बाकी खिलाड़ियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होगी.
जून के महीने में होगा टी20 वर्ल्ड कप
आगामी टी20 वर्ल्ड कप 4 जून से लेकर 30 जून तक वेस्टइंडीज और यूएसए में खेला जाना है. 20 टीमों वाला टूर्नामेंट कुल नॉकआउट समेत कुल तीन स्टेज में खेला जाएगा. सभी टीमों 20 टीमों को 5-5 के कुल 4 ग्रुप में बांटा जाएगा. हर ग्रुप की टॉप 2 टीमें सुपर-8 में प्रवेश करेगी. इसके बाद फिर सभी आठ टीमों को 4-4 के 2 ग्रुप में बांटा जाएगा. सुपर-8 स्टेज में दोनों ग्रुप की दो-दो शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में एंट्री करेंगी. दो सेमीफाइनल मुकाबले के जरिए दो टीमें फाइनल में जगह बनाएंगी.
यानी कि अगला टी20 वर्ल्ड कप पिछले टी20 वर्ल्ड कप की तुलना में काफी अलग होगा और उसमें क्वालिफाइंग राउंड नहीं खेले जाएंगे और ना ही सुपर-12 स्टेज होगा. पिछले टी20 वर्ल्ड कप में कुल 16 टीमों ने भाग लिया था, जिसमें 8 टीमों को सीधे सुपर-12 स्टेज के लिए एंट्री मिली थी. वहीं 4 चार टीमों ने क्वालिफाइंग राउंड के जरिए सुपर-12 में जगह बनाई थी.