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Akash Deep No Ball controversy: आकाश दीप ने जो रूट को नो बॉल पर किया आउट? अंग्रेजों को हजम नहीं हुई हार, MCC ने दी क्लीन च‍िट

एजबेस्टन टेस्ट में आकाश दीप की गेंद पर जो रूट क्लीन बोल्ड हुए, लेकिन रिप्ले में उनके पिछले पैर के रिटर्न क्रीज के बाहर गिरने की बात सामने आई. इससे यह सवाल उठा कि क्या वह नो-बॉल था... अब MCC ने स्पष्ट किया है कि गेंदबाज का पैर जब पहली बार जमीन से टच हुआ, वह क्रीज के अंदर था और क्रीज़ को छू नहीं रहा था. इसलिए यह गेंद नियमों के अनुसार पूरी तरह वैध थी.

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ENG vs IND: MCC settles debate, rules Akash Deep's delivery to Joe Root legal. (Getty)
ENG vs IND: MCC settles debate, rules Akash Deep's delivery to Joe Root legal. (Getty)

भारत और इंग्लैंड के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज के एजबेस्टन टेस्ट में आकाश दीप की गेंद पर जो रूट के क्लीन बोल्ड होने का विवाद आखिरकार सुलझ गया है. क्रिकेट कानूनों पर आधिकारिक निकाय मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने पुष्टि की है कि गेंद पूरी तरह से वैध थी, जिससे यह विवाद थम गया है.

दरअसल, एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में आकाश दीप की उस गेंद पर विवाद हुआ जिस पर जो रूट आउट हुए थे. रिप्ले में भारतीय गेंदबाज का पिछला पैर रिटर्न क्रीज के बाहर गिरता हुआ दिखा, जिसे आमतौर पर नो-बॉल माना जाता है. कई कमेंटेटर और प्रशंसकों ने जोर देकर कहा कि यह गेंद गलत (अवैध) थी. कमेंटेटर एलिसन मिशेल ने भी बताया कि यह असल में बैक-फुट नो-बॉल थी, लेकिन अंपायरों ने इसे नहीं पकड़ा.

शनिवार को बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल पर बात करते हुए एलिसन मिशेल ने कहा था, 'आकाश दीप का पिछला पैर रिटर्न क्रीज के बाहर गिरा था, करीब दो इंच या उससे ज्यादा बाहर. पैर को लाइन के अंदर गिरना चाहिए था, लेकिन वह साफ तौर पर बाहर था. फिर भी अंपायरों ने इसे नोट नहीं किया.'

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इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने भी कमेंट्री के दौरान यही राय जताई. हालांकि रवि शास्त्री को पूरा भरोसा था कि गेंद सही थी. मैदानी अंपायर क्रिस गैफनी और शरफुद्दौला सैकत ने फैसले को बरकरार रखा और तीसरे अंपायर पॉल रीफेल ने इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं किया.

अब MCC ने इस मामले में जवाब...

एमसीसी ने मामले को स्पष्ट कर दिया है. एमसीसी के प्रवक्ता ने कहा, 'टेस्ट मैच के चौथे दिन आकाश दीप की उस गेंद को लेकर सवाल उठे थे, जिससे जो रूट बोल्ड हुए. कुछ फैन्स और कमेंटेटरों को लगा कि यह नो-बॉल था. उनके पिछले पैर का कुछ हिस्सा रिटर्न क्रीज के बाहर जमीन से टच करता हुआ दिखा, फिर भी थर्ड अंपायर ने नो-बॉल नहीं दिया. MCC संतुष्ट है कि यह निर्णय नियमों के अनुसार पूरी तरह से सही था.'

MCC ने नियम 21.5.1 का हवाला देते हुए बताया, 'गेंद सही तभी मानी जाएगी जब गेंदबाज का पिछला पैर गेंद फेंकते समय रिटर्न क्रीज के अंदर गिरे और उसे छुए नहीं.'

एमसीसी ने आगे बताया, 'MCC ने हमेशा उस मोमेंट को जमीन के साथ संपर्क का पहला बिंदु माना है जब पिछला पैर जमीन पर पड़ता है. जैसे ही पैर का कोई हिस्सा जमीन को छूता है, वही लैंडिंग का मोमेंट होता है और इसी समय पैर की स्थिति को देखकर बैक-फुट नो-बॉल का फैसला किया जाता है.'

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एमसीसी प्रवक्ता ने कहा, 'स्पष्ट रूप से, जिस समय आकाश दीप का पैर पहली बार जमीन पर लगा, उस समय पिछला पैर अंदर था और रिटर्न क्रीज को नहीं छू रहा था. हो सकता है कि उसके पैर का कुछ हिस्सा बाद में क्रीज के बाहर जमीन को छू गया हो- लेकिन यह नियम के हिसाब से मायने नहीं रखता. इसलिए पैर के जमीन को छूने के समय वह क्रीज के अंदर था, और इसलिए यह गेंद वैध मानी गई.'

जो रूट का आउट होना इंग्लैंड के लिए बड़ा झटका था. 608 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही इंग्लैंड की टीम चौथे दिन 50 रनों पर 3 विकेट खो चुकी थी. अंत में पूरी टीम 271 रनों पर ढेर हो गई. भारत ने इस मैच को 336 रनों से जीत लिया और 5 मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर कर लिया.
 

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