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Cricket Partnership Record: वो हैरतअंगेज पार्टनरशिप, जिसने एक ही दिन में खड़ा कर दिया रनों का पहाड़

क्रिकेट जगत में 48 साल पहले 27 जुलाई को बर्मिंघम के एजबेस्टन में एक ऐसा इतिहास रचा गया था, जिसे भुलाया नहीं जा सकता. उस मैच में रोहन कन्हाई और जॉन जैमेसन ने एक ही दिन में नाबाद 465 रन जोड़ डाले थे.

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John Jameson and Rohan Kanhai (Getty)
John Jameson and Rohan Kanhai (Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दूसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड
  • रोहन कन्हाई और जॉन जैमेसन ने रचा था इतिहास

Cricket Partnership Record: क्रिकेट जगत में 48 साल पहले आज (27 जुलाई) ही के दिन एक ऐसा इतिहास रचा गया था, जो यादगार बन गया. बर्मिंघम के एजबेस्टन ग्राउंड में खेले गए तीन दिवसीय काउंटी मैच के शुरुआती दिन यह कारनामा देखने के मिला. मैच के दौरान वेस्टइंडीज के दिग्गज रोहन कन्हाई और इंग्लैंड के जॉन जैमेसन की जोड़ी ने अद्भुत साझेदारी की थी.

इन दोनों दिग्गजों ने मिलकर एक ही दिन में लंबी साझेदारी करते हुए दूसरे विकेट के लिए 465 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया था. रोहन कन्हाई और जॉन जैमेसन ने तब वारविकशायर के लिए खेलते हुए यह रिकॉर्ड ग्लोसेस्टरशायर टीम के खिलाफ बनाया था.

हालांकि, फर्स्ट क्लास क्रिकेट (प्रथम श्रेणी) में दूसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी के इस रिकॉर्ड को चार बार तोड़ा गया है. मगर एक ही दिन में इतनी बड़ी साझेदारी करने का अद्भुत रिकॉर्ड हैरान करता है. एक ही दिन में दो बल्लेबाजों द्वारा मिलकर नाबाद 465 रन बनाना किसी बड़े कारनामे से कम नहीं. 

क्या हुआ था 1974 के काउंटी मैच में?

बात 27 जुलाई 1974 की सुबह की है. दिन शनिवार का था. एजबेस्टन में खेले गए उस मैच में वारविकशायर ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया था, मगर पहले ही ओवर में यह फैसला गलत साबित जैसा लगा. जब लेफ्ट हैंड बल्लेबाज नील अब्बेरले आउट हो गए. इसके बाद नंबर तीन पर कन्हाई आए. इसके बाद उन्होंने ओपनर जैमेसन के साथ मिलकर ग्लोसेस्टरशायर के बॉलिंग अटैक का डटकर सामना किया.

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ग्लोसेस्टरशायर ने फास्ट बॉलिंग और स्पिन सभी को आजमाया, लेकिन रोहन कन्हाई और जॉन जैमेसन को जरा भी परेशान नहीं कर सके. किसी गेंदबाज के पास इन दोनों दिग्गज बल्लेबाजों का कोई जवाब नहीं था. रोहन कन्हाई और जॉन जैमेसन ने जमकर धुलाई करते हुए दूसरे विकेट के लिए बिना आउट हुए 465 रनों की ऐतिहासिक पार्टनरशिप कर दी. इस तरह उन्होंने कमल भंडारकर और भाउसाहेब निम्बलकर (B. B. Nimbalkar) का रिकॉर्ड तोड़ दिया.

भारतीय जोड़ी का टूटा था बड़ा रिकॉर्ड

कमल भंडारकर और भाउसाहेब निम्बलकर ने दूसरे विकेट के लिए 455 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड भारतीय घरेलू क्रिकेट में बनाया था. दोनों ने 1948 में महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए काठियावाड़ के खिलाफ यह रिकॉर्ड बनाया था. यह मुकाबला पुणे (तब पूना) में खेला गया था.

उस मैच में रोहन कन्हाई ने नाबाद 213 और जॉन जैमेसन ने नाबाद 240 रनों की पारी खेली थी. इस मैच में वारविकशायर ने पारी और 61 रनों से जीत दर्ज की थी. आगे चलकर रोहन कन्हाई और जॉन जैमेसन के इस रिकॉर्ड को चार बार तोड़ा गया. फिलहाल, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दूसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप का रिकॉर्ड राफेतुल्लाह मोहम्मद और आमेर सज्जाद के नाम है. उन्होंने कायदे आजम ट्रॉफी 2009-10 सीजन में दूसरे विकेट के लिए 580 रनों की साझेदारी की थी.

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