भारत और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सीरीज़ शुरू हो रही है. मौजूदा दौर के क्रिकेट में इससे बेहतर कुछ नहीं है, जहां दोनों ओर से आक्रामक खेल के अलावा स्लेजिंग भी चरम पर होती है. सिर्फ क्रिकेट के मैदान पर नहीं बल्कि मैदान से बाहर भी जुबानी जंग चलती है. इस बार भी ऐसा हुआ है क्योंकि सीरीज शुरू होने से पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने माइंड गेम खेलना शुरू कर दिया है.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बीते दिन एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें साल 2020-21 सीरीज के दौरान खेले गए एडिलेड टेस्ट की याद दिलाई गई. इस टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय टीम सिर्फ 36 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई थी. यह भारत का टेस्ट में सबसे कम स्कोर था, इसी पार की याद दिलाते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को उकसाने की कोशिश की.
क्लिक करें: ऑस्ट्रेलिया ने याद दिलाया भारत का 36 ऑलआउट, भारतीय फैन्स ने लगाई लताड़!
All out for 36 😳
— cricket.com.au (@cricketcomau) February 6, 2023
The Border-Gavaskar Trophy starts on Thursday! #INDvAUS pic.twitter.com/Uv08jytTS7
खैर, ऑस्ट्रेलिया को यह पारी तो यह पारी तो याद रही लेकिन शायद सीरीज का नतीजा भूल गया. इस सीरीज में भारत ने 2-1 से जीत दर्ज की थी. ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा खतरा भारत से ही लगता है, कई बार भारतीय टीम ने उसके विजय रथ को रोका है. ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत की कई यादगार पारियां हैं, जिसे वह कभी नहीं भूल पाएगा...
कोलकाता टेस्ट, 2001: इस टेस्ट मैच के बारे में काफी कुछ लिखा जा चुका है, जिसने भारतीय क्रिकेट के इतिहास को बदला है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में जह भारत की पहली पारी 171 पर सिमट गई थी और ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को फॉलोऑन खिलाया था, तब कुछ ऐसा करिश्मा हुआ कि इतिहास रचा गया. दूसरी पारी में वीवीएस लक्ष्मण के 281, राहुल द्रविड़ के 180 रनों ने इतिहास रचा और इस साझेदारी के दमपर भारत दूसरी पारी में 657 रन बना पाया. जवाब में ऑस्ट्रेलिया 212 पर ऑलआउट हुआ और हरभजन सिंह के 6 विकेट की बदौलत टीम इंडिया ने जीत दर्ज कर ली.
गाबा टेस्ट, 2022: ब्रिस्बेन को ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम का किला माना जाता था, करीब 32 साल से यहां वह कोई टेस्ट नहीं हारी थी. लेकिन इतिहास बदला और उसे बदलने वाली टीम इंडिया ही थी. जिस 36 ऑलआउट का वीडियो ऑस्ट्रेलिया ने पोस्ट किया, उसी सीरीज के आखिरी मैच में भारत ने गाबा का घमंड तोड़ा था. तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 328 रनों का टारगेट दिया, घायल टीम इंडिया छोटी-छोटी साझेदारी करते हुए इस ओर आगे बढ़ी लेकिन वक्त नहीं था, तब मैच के आखिरी दिन ऋषभ पंत ने 89 रनों की पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया के किले को तहस नहस कर दिया था.
पर्थ टेस्ट, 2008: साल 2008 का ऑस्ट्रेलिया दौरा किस भारतीय फैन को याद नहीं होगा. यहां सिडनी में मंकीगेट हुआ था, जब एंड्रयू साइमंड्स ने हरभजन सिंह पर आरोप लगाया था. इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई की बेइमानी देखी गई थी और भी तमाम विवाद हुए थे. लेकिन इस सबसे इतर यहां भारत को एक ऐतिहासिक जीत मिली थी, जिसने टीम इंडिया का आत्मविश्वास बढ़ाया और ऑस्ट्रेलिया की हालत पतली कर दी थी. ऐसा हुआ था पर्थ में, जब भारत ने 72 रनों से जीत दर्ज की थी.
इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 330 रन बनाए थे, राहुल द्रविड़ की 93 रनों की पारी यहां काम आई थी. भारत के लिए तेज़ गेंदबाज़ों ने इस मैच में कमाल किया और ऑस्ट्रेलिया को पहले पारी में 212 पर समेट दिया. दूसरी पारी में भी भारतीय बॉलर्स का दम देखने को मिला था और भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 340 पर ऑलआउट किया और मैच को अपने नाम कर लिया था. इस जीत को भी भारत की ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत में से एक माना जाता है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो टेस्ट के लिए भारत की टीम:
रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप-कप्तान), शुभमन गिल, पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर. अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, मो. शमी, मो. सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, सूर्यकुमार यादव.
भारत दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम:
पैट कमिंस (कप्तान), एश्टन एगर, स्कॉट बोलैंड, एलेक्स केरी, कैमरून ग्रीन, पीटर हैंड्सकॉम्ब, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, लांस मॉरिस, टोड मर्फी, मैथ्यू रेनशॉ, स्टीव स्मिथ (उपकप्तान), मिशेल स्टार्क, मिशेल स्वेपसन, डेविड वॉर्नर
ऑस्ट्रेलिया का भारत दौरा (टेस्ट सीरीज शेड्यूल):
पहला टेस्ट- 9 से 13 फरवरी, नागपुर
दूसरा टेस्ट- 17 से 21 फरवरी, दिल्ली
तीसरा टेस्ट- 1 से 5 मार्च, धर्मशाला
चौथा टेस्ट- 9 से 13 मार्च, अहमदाबाद