आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में रविवार (2 नवंबर) को भारत और साउथ अफ्रीका की भिड़ंत हुई है. नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में हुए इस मुकाबले में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के सामने 299 रनों का टारगेट सेट किया था. मुकाबले में टॉस साउथ अफ्रीकी कप्तान लॉरा वोलवार्ट ने जीता था और पहले गेंदबाजी का फैसला किया था.
टारगेट का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका को कप्तान लॉरा वोलवार्ट और ताजमिन ब्रिट्स ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई. दोनों पहले विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की. भारत की मुख्य गेंदबाज रेणुका सिंह और क्रांति गौड़ पावप्ले में कोई विकेट नहीं निकाल पाई. वो तो दाद गेनी होगी अमनजोत कौर की, जिन्होंने शानदार फील्डिंग के बलबूते साउथ अफ्रीकी टीम को पहला झटका दिया. अमनजोत ने ताजमिन ब्रिट्स को डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट किया.
यह पूरा वाकया साउथ अफ्रीकी पारी के 10वें ओवर में हुआ. उस ओवर में रेणुका सिंह ठाकुर की तीसरी गेंद को ताजमिन ब्रिट्स ने मिड-विकेट की तरफ खेला था. यहां रन था नहीं, लेकिन ताजमिन रन लेने के लिए निकल पड़ी थीं. गलती उन्होंने दौड़ने के दौरान भी कर दी, वो तिरछी लाइन में भागीं. अगर वो सीधी लाइन में दौड़तीं तो शायद क्रीज तक पहुंच जातीं.
ताजमिन ब्रिट्स ने डाइव नहीं लगाई, बस बल्ला स्लाइड करने की कोशिश की. अमनजोत कौर का थ्रो इतना शानदार था कि अफ्रीकी बल्लेबाज के पास कोई चांस ही नहीं था. अमनजोत ने तेजी से गेंद उठाई और पलटकर स्टम्प पर निशाना साधा था. इस रन आउट के साथ ही साउथ अफ्रीका की लय थोड़ी सी टूटी. नई बल्लेबाज एनेके बॉश खाता खालो बिना स्पिनर श्री चरणी का शिकार बनीं.
खिताबी मुकाबला बारिश के चलते देरी से शुरू हुआ. भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवर्स में सात विकेट पर 298 रन बनाए. शेफाली वर्मा (87) और दीप्ति शर्मा (58) ने भारतीय टीम के लिए अर्धशतकीय पारियां खेलीं. स्मृति मंधाना (45) और ऋचा घोष (34) ने भी उपयोगी योगदान दिए. शेफाली और स्मृति के बीच पहले विकेट के लिए 104 रनों की साझेदारी हुई. साउथ अफ्रीका की ओर से सबसे ज्यादा तीन विकेट अयाबोंगा खाका ने झटके.