भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा का मानना है कि महिला क्रिकेट को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के पास योजना है, लेकिन बोर्ड को इससे जुड़े विचारों को ज्यादा विस्तार से बताने की जरूरत है. क्रिकेटर से कमेंटेटर बनीं चोपड़ा ने पीटीआई से कहा कि बीसीसीआई महिला क्रिकेट की प्रगति के बारे में सोच रहा है.
चोपड़ा ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि बीसीसीआई महिला क्रिकेट के बारे में नहीं सोच रहा है. मुझे केवल यह लगता है कि उन्हें महिला क्रिकेट के बारे में विस्तृत ब्योरा देने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि वे महिला क्रिकेट के बारे में सोच रहे होंगे, लेकिन यह सब ऐसा ही होना चाहिए जैसे कि पुरुष किकेट के लिए विस्तृत ब्योरे में होता है.’
बीबीसीआई को उस वक्त आलोचना का समाना करना पड़ा, जब उसने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सितंबर में महिला टीम के इंग्लैंड दौरे को रद्द कर दिया था. चोपड़ा ने कहा कि यह ‘अच्छा नहीं’ था, लेकिन नवंबर में महिला आईपीएल (IPL) से भारतीय खिलाड़ियों को अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए तैयारी का मौका मिलेगा.
उन्होंने कहा, ‘महिला क्रिकेट को सुर्खियों में देखना खुशी की बात है. उन्हें उस इंग्लैंड दौरे का हिस्सा होना चाहिए था और शुरुआत में मुझे यह अच्छा नहीं लगा था, लेकिन महिला आईपीएल भी विश्व कप की तैयारियों में मददगार होगी. क्रिकेट के किसी भी प्रारूप से तैयारी की जा सकती है,’
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उन्होंने कहा, ‘किसी भी टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध नहीं होना अच्छी बात नहीं है, लेकिन तार्किक रूप से इसके पीछे कई मुद्दे हो सकते हैं. और आप कम तैयारियों के साथ टीम नहीं भेज सकते.’ चोपड़ा ने सौरव गांगुली की अगुवाई वाली बीसीसीआई द्वारा आईपीएल के साथ-साथ यूएई में महिलाओं के आईपीएल के आयोजन के फैसले का स्वागत किया.
पुरुषों का आईपीएल 19 सितंबर से 10 नवंबर तक चलेगा. महिला आईपीएल पुरुष लीग के आखिरी चरण में होगा. उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से खुश हूं, दुनियाभर में कहीं भी किसी भी प्रकार के क्रिकेट का हिस्सा बनना हमेशा अच्छा होता है.’ चोपड़ा ने 17 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है और उन्होंने रिकॉर्ड छह विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया. वह 100 वनडे खेलने वाली पहली महिला क्रिकेटर हैं.