9 सितंबर 2018 यानी आज के दिन भादो के रविवार को अमावस तिथि पड़ी है. इस दिन पिठौरी और कुशा ग्रहणी अमावस्या मनाई जाएंगी. स्नान, दान, पूजा पाठ से पितृ प्रसन्न होते हैं. इस बार रविवार के दिन अमावस्या है, जिस कारण इस दिन का महत्व बहुत बढ़ गया है क्योंकि रविवार को सूर्य अपनी सिंह राशी में है.
साथ ही आज चंद्रमा के साथ युति बनी है. शुक्र का 8 बजे के बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र भी है. इस दौरान पितरों को प्रसन्न करने से अच्छी पढ़ाई, धन और सुखी जीवन का वरदान मिलता है.
उपाय
- सारे काम सुबह सूर्योदय से 8 बजकर 1 मिनट के बाद ही करें.
- इसके बाद गंगा जल डालकर नहाएं.
- सफेद वस्त्र पहनें, पितरों का तर्पण और श्राद्ध करें.
- पितरों के नाम पर चावल, दाल, सब्जी, दक्षिणा या पका भोजन दान करें.
- एक लोटे में दूध, जल, सफेद फूल शिव जी पर चढ़ाएं.
- सरसों तेल का दीपक जलाएं.
- फिर वस्तुओं का दान मंदिर में करें.पिठौरी अमावस्या को ग्रहों का अद्भूत संयोग है मिलेगी बहुत सफलता-
- पिठौरी अमावस्या में सिंह राशि में सूर्य चंद्र बुध है. सूर्य के मंगल का षडाष्टक योग बना है. यह योग अच्छी शिक्षा, अच्छी नौकरी, अच्छी व्यापार, अच्छा मकान और वाहन और अच्छे वैवाहिक जीवन का वरदान देगा.
- चन्द्रमा पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में है. चन्द्रमा बहुत शुभ है, इसलिए हमे मन की शांति देकर जाएंगे. सारी सुख समृद्धि और मन की शांति के लिए चांदी धारण करें.
- शाम को शिव पूजा करें.
- तांबे का दान अवश्य करें क्योंकि तांबे पात्र का दान करना अच्छा होता है.
- चांदी का दान करें. चांदी पितरों की प्रिय धातु है.
सुबह उठकर क्या-क्या करें?
- सुबह स्नान करके सफ़ेद कपड़े पहनें.
- फिर स्टील के लोटे में जल और चावल डालकर सूर्य को जल चढ़ाएं.
- सूर्य को धूप और दीपक दिखाएं.
- दोनों हाथ उठाकर बोलें 'हे सूर्य देव आशीर्वाद मिला हमने क्षमता अनुसार, श्रद्धा अनुसार आपकी सेवा की है. हमे सुखी जीवन, सुख समृद्धि का वरदान देते जाना.'
- ॐ सूर्य देवाय नमः मंत्र का जाप करें.
पिठौरी अमावस्या पर शिव जी पूजा करें-
- शाम को 4 बजे पूजा स्थान और मुख्य द्वार पर एक एक दीपक जलाएं.
- शाम को एक थाली लें.
- थाली में एक आटे का दीपक सरसों के तेल से जलाएं.
- थाली में मिठाई, फल, चावल रखें.
- पूरे घर के इस थाली को घुमाएं.
- घर का कोई भी कोना बाकी ना रहें.
- फिर घर से निकलकर पूर्व दिशा में जाएं.
- दीपक शिव मंदिर पर रख कर आएं.