World Cup 2023: विश्व कप 2023 के फाइनल मैच में भारत को 6 विकेट से हराकर ऑस्ट्रेलिया छठी बार वर्ल्ड चैंपियन बन गया है. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 241 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे कंगारुओं ने 43 ओवर्स में ही हासिल कर लिया. इस तरह भारत का विश्व कप फाइनल में 20 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को हराकर चैंपियन बनने का सपना टूट गया है.
ऑस्ट्रेलिया की जीत के सबसे बड़े हीरो ओपनर बल्लेबाज ट्रेविस हेड रहे. फाइनल मुकाबले में ट्रेविस हेड ने 15 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 137 रन की शतकीय पारी खेली. ट्रेविस हेड के धमाकेदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड भी दिया गया. रिकी पोन्टिंग और एडम गिलक्रिस्ट के बाद विश्व कप फाइनल में सेंचुरी जड़ने वाले ट्रेविस हेड तीसरे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भी बन गए हैं. ट्रेविस हेड वही खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 'वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23' के फाइनल में 168 रन बनाकर भारत की उम्मीदों पर पानी फेरा था.
कप्तान रोहित शर्मा को बताया अनलकी
ट्रेविस हेड ने कप्तान रोहित शर्मा को एक बदकिस्मत इंसान बताया है. 'प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड' जीतने के बाद ट्रेविस हेड ने कहा कि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा दुनिया के सबसे अनलकी आदमी हैं. इस विश्व कप में रोहित के नेतृत्व वाली भारतीय टीम बिना कोई मैच हारे फाइनल में पहुंची थी. लेकिन उनका यह विजयी अभियान फाइनल में थम गया.
बता दें कि इस मुकाबले में ट्रेविस हेड ने ही जबरदस्त कैच लेकर कप्तान रोहित को 47 रन के स्कोर पर क्रीज से चलता किया था. हेड ने आगे कहा कि उन्होंने अपनी फील्डिंग पर काफी मेहनत की है.
सलामी बल्लेबाज ने कहा, 'मैंने कभी ऐसी उम्मीद नहीं की थी. यह दिन वाकई में बेहद खास है. घर में सोफे पर बैठने से कहीं ज्यादा बेहतर. मैं अपने प्रदर्शन और योगदान से काफी खुश हूं. फाइनल मैच में पहली 20 गेंदें खेलने से मुझे बहुत कॉन्फिडेंस मिला और मैं इसे जारी रखने में कामयाब रहा.'
ट्रेविस हेड ने ऑस्ट्रेलिया के छठी बार वर्ल्ड चैंपियन का श्रेय कप्तान पैट कमिंस को भी दिया. कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और रणनीति के मुताबिक हम भारतीय टीम को बड़ा स्कोर बनाने से रोकने में कामयाब रहे.
कैसे लड़खड़ाई टीम इंडिया?
इस मैच में कंगारू टीम कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. तब रोहित ने भी कहा था कि वो अगर टॉस जीतते तो पहले बैटिंग का ही फैसला करते. यहां लग रहा था कि टॉस भारत के फेवर में ही गया है. मगर भारतीय टीम की शुरुआत बहुत खराब रही. 30 रनों पर शुभमन गिल के रूप में पहला विकेट गंवाया.
इसके बाद 76 के स्कोर पर दूसरा झटका रोहित के रूप में लगा. यहां से विराट कोहली और केएल राहुल ने फिफ्टी लगाकर टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान रन रेट बेहद स्लो कर दिया. यहीं से पूरी गाड़ी पंचर नजर आई. इसका दबाव बल्लेबाजों पर पड़ा और लगातार विकेट गिरते चले गए. पूरी टीम 240 रनों पर आकर ढेर हो गई.