Vastu Tips: सोना-चांदी न केवल इंसान के तन की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि समाज में उसकी प्रतिष्ठा या ओहदा भी तय करते हैं. इसलिए सदियों से लोग ऐसी मूल्यवान चीजों को घर में रखना अच्छा समझते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि सोना-चांदी घर की सही दिशा में संभालकर न रखा जाए तो यह आर्थिक परेशानियों का कारण भी बन सकता है. वास्तु शास्त्र के जानकार कहते हैं कि सोना-चांदी गलत दिशा में रखने से धन की आवक पर बुरा असर पड़ता है. आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
दक्षिण दिशा
वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को यम की दिशा बताया गया है. वास्तु के जानकार कहते हैं कि इस दिशा में सोना-चांदी या मूल्यवान चीजों को कभी नहीं रखना चाहिए. इससे घर में नकारात्मकता बढ़ती है. ऐसे जेवरात धन लाभ से ज्यादा धन हानि देने लगते हैं. इस दिशा में रखी गई धन-संपत्ति स्थिर नहीं होती है और किसी न किसी कारणवश घर से चली ही जाती है.
आग्नेय कोण
इसके अलावा, घर की दक्षिण पूर्व दिशा यानी आग्नेण कोण में भी सोने-चांदे के जेवर, मूल्यवान वस्तुएं और रुपया-पैसा नहीं रखना चाहिए. वास्तु शास्त्र में इसे अग्नि तत्व से संबंधित दिशा माना गया है. कहते हैं कि इस स्थान पर सोना-चांदी या पैसा रखने से संचित धन भी घटने लगता है. इंसान के खर्च उसकी आय से अधिक होने लगते हैं. इसलिए घर की इस दिशा में पैसों की तिजोरी, गुल्लक या दुकान का गल्ला बिल्कुल न रखें.
घर में कहां रखें गहने और पैसे?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा सोना-चांदी, जेवर या पैसा रखने के लिए सबसे उत्तम मानी जाती है. इस दिशा में मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की दृष्टि हमेशा बनी रहती है. इसलिए इस दिशा में गहने और पैसे रखना शुभ माना जाता है. जो लोग इस दिशा में धनधान्य से जुड़े काम करते हैं, उनके घर में कभी पैसों का संकट नहीं आता है. ये लोग आर्थिक मोर्चे पर हमेशा मजबूत बने रहते हैं.
यह भी ध्यान रखें कि सोने-चांदी के जेवर या किसी भी मूल्यवान वस्तु को सालोंसाल यूं ही तिजोरी में पड़े नहीं रहने देना चाहिए. इन्हें अक्षय तृतीया, धनतेरस या दिवाली जैसे शुभ अवसरों पर तिजोरी से निकालकर भगवान के सामने रखना चाहिए और उन्हें हाथ जोड़कर इस सुख-संपन्नता के लिए धन्यवाद देना चाहिए.